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बीबीसी 100 वीमेन 2022 में शामिल महिलाएं

बीबीसी 100 वीमेन 2022: किन महिलाओं ने बनाई जगह

100 वीमेन- बीबीसी वर्ल्ड सर्विस

बीबीसी ने 2022 की दुनिया भर की 100 प्रेरक और प्रभावशाली महिलाओं की सूची जारी की है.

इस सूची में दुनिया भर में अपनी संगीत से धूम मचाने वाली बिलि एलिश, यूक्रेन की फर्स्ट लेडी ओलेना ज़ेलेंस्का, अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा और लेमा ब्लेयर, रूसी पॉप म्यूज़िक की स्टार अला पुगाचेवा, ईरानी पर्वतारोही इलनाज़ रेकाबी, रिकॉर्ड बनाने वाली ट्रिपल जंप एथलीट यूलिमार रोजास और घाना की लेखिका नाना दारको सेकियामाह शामिल हैं.

बीबीसी 100 वीमेन का यह दसवां सीजन है. इस मौके पर बीते दस सालों के दौरान हुई प्रगति का आकलन भी हमने किया है. महिलाओं के अधिकार के मामले में - चाहे वो बड़ी संख्या में महिला नेताओं की मौजूदगी हो या फिर मी टू मूवमेंट में उनकी भागीदारी- काफी प्रगति देखने को मिली है, लेकिन अभी भी दुनिया के कई हिस्सों की महिलाओं के लिए अभी लंबा सफ़र बाक़ी है.

इस साल की सूची के केंद्र में उन महिलाओं को रखा गया है जो संघर्ष के क्षेत्रों में अहम भूमिका निभा रही हैं- चाहे वो ईरान में बदलाव की मांग के साथ प्रदर्शन करने वाली महिलाएं हों या फिर यूक्रेन और रूस के संघर्ष में शामिल महिला चेहरे हों.

दिलचस्पी का विषय चुन कर 100 वीमेन के बारे ज़्यादा जानकारी हासिल करें

राजनीति एवं शिक्षा

इबिजोक फ़ाबोरोड

इबिजोक फ़ाबोरोड , नाइजीरिया

इलेक्ट हर की सहसंस्थापक

इबिजोक फ़ाबोरोड अपनी 'इलेक्ट-हर' यानी 'महिलाओं को चुनिए' मुहिम से नाइजीरिया में महिलाओं के आंदोलन में हस्तक्षेप कर रही हैं. उनका संगठन राजनीतिक प्रतिनिधित्व में असमानता की खाई को पाटने की दिशा में काम कर रहा है. इसने पूरे अफ़्रीका से राजीनीति में सक्रिय 2000 से अधिक महिलाओं को जोड़ा है. उनका संगठन अपने #Agender35 अभियान से 2023 के आम चुनाव में केन्द्रीय या स्थानीय निकाय के लिए 35 महिलाओं को मानव व आर्थिक संसाधन देकर समर्थन कर रहा है.

चुनावी आंकड़ों के विश्लेषण के लिए अफ़्रीका के पहले नारवादी मोबाइल ऐप में भी उनका हाथ है. फ़ाबोरोड द लीडरशिप काउंसिल ऑफ़ द डेमोक्रेसी ऐंड कल्चर फ़ाउंडेशन में कार्यरत हैं. यह काउंसिल लोकतांत्रिक प्रकिय्राओं के सुधार के नये तरीक़े तलाश करती है.

ईवा कोपा

ईवा कोपा , बोलीविया

राजनेता

आयमारा वंश की पूर्व छात्र नेता ईवा कोपा ने बोलीविया में राजनीति को हिला कर रख दिया है. देश के दूसरे सबसे बड़े शहर एल ऑल्टो का मेयर बनने के लिये अपनी पार्टी का नामांकन जीतने में विफल रहने के बाद, वह अपनी पार्टी के उम्मीदवार के ख़िलाफ़ खड़ी हुईं और 69 प्रतिशत वोट के साथ जीत हासिल की. उन्होंने हाल ही में महिलाओं के लिए शहर की योजना की घोषणा की, जिसका उद्देश्य नीति और निवेश के माध्यम से महिलाओं के अधिकारों को मज़बूत करना है.

कोपा राजनीति में नयी नहीं हैं, उन्होंने 2015 और 2020 के बीच सीनेटर के रूप में काम किया है. सत्ताधारी पार्टी से उनकी दूरी को बहुतों ने बोलीविया के एक अधिक विविध राजनीतिक परिदृश्य की ओर बढ़ने की दिशा में एक क़दम के रूप में माना है.

हमें और अधिक महिला नेताओं की आवश्यकता है: महिलाएं हमेशा तत्पर रहती हैं, कभी हिम्मत नहीं हारतीं.

ईवा कोपा

इरिका हिल्टन

इरिका हिल्टन , ब्राज़ील

राजनेता

ब्राजील की राष्ट्रीय कांग्रेस में पहली बार एक अश्वेत ट्रांस महिला — एरिका हिल्टन चुनी गयीं. एरिका हिल्टन नस्लवाद के ख़िलाफ़ अभियान चलाती हैं और समलैंगिकों के अधिकारों और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए काम करती हैं.

एक रूढिवादी परिवार में जन्मी हिल्टन जब किशोरी थीं, तभी उनके परिवार ने उन्हें त्याग दिया था और विश्वविद्यालय जाने से पहले उन्होंने सड़कों पर अपना जीवन बिताया. छात्र राजनीति की पृष्ठभूमि के साथ, हिल्टन साओ पाउलो चली गयीं और वामपंथी पीएसओएल पार्टी में शामिल हो गयीं. 2020 में वह शहर की परिषद के लिए चुनी गयीं और उन्होंने ब्राजील के सबसे बड़े शहर में भूख पर क़ाबू पाने के लिए एक नगरपालिका कोष की शुरुआत करने वाला क़ानून तैयार किया.

हमारी लड़ाई समान अधिकार, समान वेतन और लिंग आधारित हिंसा के खत्म करने के लिए है, चाहे हम अश्वेत, लातिनी, श्वेत, ग़रीब, अमीर, सीआईएस या ट्रांसजेंडर कुछ भी हों.

इरिका हिल्टन

सेपिदेह क़ोलियान

सेपिदेह क़ोलियान , ईरान

राजनीतिक कैंपेनर

क़ानून की छात्रा सेपिदेह क़ोलियान को दक्षिण पश्चिम ईरान के ख़ुज़ेस्तान प्रान्त में श्रमिक अधिकारों के समर्थन के लिए 5 साल की कैद की सजा सुनाई गई थी. उन्होंने पिछले चार साल ईरान की चार अलग अलग जेलों में बिताए हैं, जिसमें एविन भी शामिल है जो राजनीतिक क़ैदियों को रखने की प्रमुख जगह है. क़ोलियान को 2021 में वहां डाला गया था.

जेल से भी उन्होंने अपना काम जारी रखा, उन्होंने ऑडियो टेप भेजकर अपने साथ होने वाले 'अमानवीय' व्यवहार को उजागर किया. वे अन्य महिला क़ैदियों के लिए भी आवाज़ उठाती हैं और ज़मानत पर रहने के दौरान उन्होंने उस 'उत्पीड़न और अन्याय' के बारे में किताब लिखी है जो महिलाओं को ईरान की जेल में सहना पड़ता है.

पार्क जी-हिउन

पार्क जी-हिउन , साउथ कोरिया

राजनीतिक सुधारक

पार्क जी-हिउन ने विश्वविद्यालय की छात्रा रहते हुए अनाम रहकर दक्षिण कोरिया के एक बहुत बड़े ऑनलाइन यौन अपराध कांड का भंडाफोड़ कराया था जिसका नाम एंथ रूम्स था. इस साल उन्होंने अपने अनुभव सार्वजनिक किये और राजनीति में शामिल हुईं. उन्होंने युवा महिला मतदाताओं के बीच अपनी पहुंच बनायी है.

जब राष्ट्रपति की रेस में डेमोक्रेटिक पार्टी हार गयी तो उसने उन्हें सह-अंतरिम नेता घोषित किया. वे महिला समिति में भी थीं जो डिजिटल यौन अपराधों से निपटने पर ध्यान देती है. जून में इस दल को और हार का सामना करना पड़ा तो उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया. यह सही है कि वे इस समय किसी आधिकारिक भूमिका में नहीं हैं लेकिन वे अब भी राजनीति में स्त्री-पुरष समानता के लिए आवाज़ उठाने को दृढ़ संकल्पित हैं.

डिजिटल यौन अपराध वैश्विक स्तर पर महिला अधिकारों के लिए ख़तरा हैं और हमें मिलकर इस समस्या का हल निकालना होगा.

पार्क जी-हिउन

तइसिया बेकबूलातोवा

तइसिया बेकबूलातोवा , रूस

पत्रकार

नामी रूसी पत्रकार तइसिया बेकबूलातोवा ने 2019 में स्वतंत्र मीडिया मंच होलोद स्थापित किया. इस संगठन ने व्यापक स्तर पर यूक्रेन युद्ध की रिपोर्टिंग करने के साथ-साथ असमानता, हिंसा और महिला अधिकारों पर भी रपटें छापीं. रूस में स्वतंत्र मीडिया के ख़िलाफ़ अप्रैल में की गयी बड़ी कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने इस वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया.

इसके बावजूद बेकबूलातोवा और उनकी टीम ने अपना काम जारी रखने का संकल्प ले रखा है और उनके पाठक भी बढ़े हैं. बेकबूलातोवा ने ’विदेशी एजेंट’ घोषित किये जाने के बाद 2021 में रूस छोड़ दिया और युद्ध के मैदान से ख़ुद रिपोर्टिंग करने यूक्रेन पहुंच गयीं.

मैं अपरिहार्य सफलता में विश्वास नहीं रखती. आधुनिक सभ्यता हमेशा कमज़ोर और आसानी से तबाह होने वाली लगती है. और आमतौर पर सबसे पहले महिला अधिकार ग़ायब होते हैं.

तइसिया बेकबूलातोवा

फ़ातिमा अमीरी

फ़ातिमा अमीरी, अफ़ग़ानिस्तान

छात्रा

अफ़ग़ान किशोरी फ़ातिमा अमीरी काबुल के एक ट्यूशन सेंटर पर आत्मघाती हमले में मरने से बचने वालों में शामिल हैं. इस हमले में 50 से अधिक लोगों मारे गए थे जिनमें अधिकतर छात्राएं थीं. वह गंभीर रूप से ज़ख़्मी हो गई थीं, उन्हें एक आंख गंवानी पड़ी और उनके जबड़े और कानों पर गंभीर ज़ख़्म हो गए.

अपने ज़ख़्मों से उबरते हुए उन्होंने यूनिवर्सिटी में दाख़िले के इम्तिहान के लिए पढ़ाई की और अक्टूबर में हुए इस इम्तिहान में 85% से अधिक अंक लाए. अब उनका सपना है कि वे काबुल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करें. वह कहती हैं कि आंख गंवाने के बाद वे ख़ुद को ज़्यादा मज़बूत और दृढ़ संकल्पित मानती हैं.

जॉय नगोज़ी एज़ीलो

जॉय नगोज़ी एज़ीलो, नाइजीरिया

लॉ प्रोफ़ेसर

यूनिवर्सिटी ऑफ़ नाइजीरिया में लॉ के एमेरिटस डीन और मानव तस्करी पर नज़र रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र के पूर्व विशेष दूत जॉय एज़ीलो अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार मामलों की शीर्ष विशेषज्ञ हैं.

वह 'वीमेन एड कलेक्टिव' (वाकोल) की संस्थापक निदेशक हैं जिसने पिछले 25 वर्षों में नाइनीरिया में 60 हज़ार कमज़ोर महिलाओं को क़ानूनी मदद और शरणस्थली दी है. उन्होंने टामर सेक्शुअल एसॉल्ट रेफ़रल सेंटर भी बनाया जो मानवाधिकारों का हनन झेलने वाले पीड़ितों और इससे उबरने वालों को त्वरित सहायता देता है.

Chimamanda Ngozi Adichie

100 वीमेन 2021 में शामिल लेखिका चिमामांदा नागोजी अधीचे की ओर से नामांकित

प्रोफ़ेसर एज़ीलो ने ग़रीबों को, ख़ासकर उप महिलाओं और लड़कियों को जिनके मानवधिकारों का हनन हुआ है, मुफ़्त क़ानूनी मदद की व्यवस्था कर बहुत सी ज़िंदगियों पर असर डाला है.

मईन अल ओबैदी

मईन अल ओबैदी, यमन

वकील

यमन में इस साल गृह युद्ध के दौरान ख़ून ख़राबा बढ़ा है और इसके बीच वकील मईन अल ओबैदी ने हर तरफ़ से घिरे हुए शहर ताइज़ में शांति स्थापना के लिए अपना ध्यान लगाए रखा है. उन्होंने मध्यस्थ की भूमिका निभाते हुए संघर्षरत समूहों के बीच क़ैदियों की अदला बदली करवाई है. हालांकि लड़ाकों को उनके परिवारों से जीवित अवस्था में मिलाने में हमेशा कामयाबी नहीं मिलती लेकिन वह कोशिश करती हैं कि कम से कम मृत शरीर उनके परिवारों तक ज़रूर पहुंच जाए.

वह यमन वीमेन यूनियन में बतौर स्वयंसेवी काम करती हैं जहां उन्होंने बंदी महिलाओं के मुक़दमे लड़े हैं. वह लॉयर्स सिंडिकेट काउंसिल में चयनित होने वाली पहली महिला हैं.

मारिया फर्नांडा कास्त्रो माया

मारिया फर्नांडा कास्त्रो माया, मैक्सिको

विकलांग कार्यकर्ता

बौद्धिक रूप से कमजोर महिला — फर्नांडा कास्त्रो अपने जैसे अन्य लोगों को राजनीति में भाग लेने का अधिकार दिए जाने के लिए अभियान चला रही हैं. वह ह्यूमन राइट्स वॉच द्वारा समर्थित विकलांगों के अधिकारों के लिए काम करने वाले लोगों के एक समूह का हिस्सा है, जो मेक्सिको में सभी राजनीतिक दलों को अपनी नीतियों में बौद्धिक रूप से कमजोर और सीखने में असमर्थ लोगों को शामिल करने के लिये अभियान चला रहा है.

उनके कार्यों में राजनीतिक निर्णयों से संबंधित दस्तावेज़ों में भाषा की पहुंच और राजनीतिक दलों और चुनावी आयोजनों में समावेश शामिल है. कास्त्रो संयुक्त राष्ट्र में मैक्सिको के उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थीं जिसने विकलांगों के अधिकारों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी. वह इन्क्लूज़न इंटरनेशनल के वैश्विक नेटवर्क की एक प्रतिनिधि भी हैं.

चानेल कोन्टोस

चानेल कोन्टोस, ऑस्ट्रेलिया

सेक्सुअल कंसेंट एक्टिविस्ट

शनेल कॉन्टॉस उस आंदोलन की संस्थापक हैं जिसे 'टीच अस कंसेंट' का नाम दिया गया है यानी 'हमें सहमति पढ़ाएं'. 'टीच अस कंसेंट' व्यापक सहमति और यौनिकता के लिए माहौल बनाता है. शनेल ने 2021 में इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी पोस्ट की जिसमें उन्होंने अपने फॉलोअर्स से पूछा कि क्या वे या कोई ऐसे किसी को जानता या जानती है जिसके साथ यौन दुर्व्यवहार हुआ हो. महज़ 24 घंटे में 200 से अधिक लोगों ने 'हां' में जवाब दिया.

उन्होंने आस्ट्रेलिया में 'समय रहते सहमति शिक्षा' के लिए मुहिम छेड़ी. उनके इस अभियान का ही नतीजा है कि सन 2023 से किंडर गार्टन से 10वीं क्लास तक सभी स्कूलों में समहति शिक्षा अनिवार्य होगी. अब वे लोगों को बिना सहमति कंडोम हटाने के बारे में शिक्षित कर रही हैं जिसे ’स्टील्थिंग’ कहा जाता है. इसके साथ ही इस काम को अपराध की श्रेणी में लाने का अभियान भी चला रही हैं.

ओलिना ज़ेलेंस्का

ओलिना ज़ेलेंस्का, यूक्रेन

फ़र्स्ट लेडी

सफल टीवी स्क्रिप्ट लेखिका ओलिना ज़ेलेंस्का पर्दे के पीछे काम किया करती थीं लेकिन जब उनके पति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की 2019 में यूक्रेन के राष्ट्रपति बने तो अचानक से वह दुनिया की नज़र में आ गयीं. फ़र्स्ट लेडी के तौर पर उन्होंने महिला अधिकारों की स्थिति में सुधार और यूक्रेनी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए योगदान दिया है.

रूसी आक्रमण के बाद उन्होंने अपने मंच का इस्तेमाल यूक्रेनी लोगों की कठिनाइयों को सामने लाने में किया है और अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने वाली पहली विदेशी राष्ट्रपति की पत्नी बनीं. वे अब युद्ध से मानसिक बीमारियां झेल रहे बच्चों और परिवारों को मानसिक स्वास्थ्य सहायता पहुंचाने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं.

महिलाओं ने शांति के समय से भी अधिक ज़िम्मेदारियां ली हैं...जिस महिला ने इसे यानी युद्ध को झेला है वह कभी अपने क़दम वापस नहीं खींचेगी. और मुझे विश्वास है कि हमारा आंतरिक आत्मविश्वास बढ़ेगा.

ओलिना ज़ेलेंस्का

ज़हरा जोया

ज़हरा जोया, अफ़ग़ानिस्तान

पत्रकार

तालिबान के छह साल के शासन के दौरान ज़हरा जोया 'मोहम्मद' बनी रहीं और लड़कों जैसे लिबास पहनती रहीं ताकि स्कूल जा सकें. जब 2001 में अमेरिकी नेतृत्व वाली सेनाओं ने तालिबान को सत्ता से बेदख़ल कर दिया तो वह ज़हरा बनकर स्कूल जाने लगीं. उन्होंने 2011 में पत्रकार के रूप में काम करना शुरू किया और अक्सर न्यूज़ रूम में अकेली महिला रिपोर्टर हुआ करती थीं.

वह 'रुख़्साना मीडिया' की संस्थापक हैं. इसका नाम 19 साल की रुख़्साना पर रखा गया है जिन्हें तालिबान ने संगसार कर मार दिया था. यह अफ़ग़ानिस्तान की अकेली महिलावादी न्यूज़ एजेंसी है. जोया को 2021 में अफ़ग़ानिस्तान से सुरक्षित निकाला गया था. वह अब निर्वासन में ब्रिटेन से 'रुख़्साना मीडिया' चलाती हैं. उन्हें गेट्स फाउंडेशन का 2022 का चेंजमेकर अवार्ड दिया गया है.

मैं अल्फ़ाज़ की नर्म ताक़त में यक़ीन रखती हूं और हमें महिलाओं के साथ होने वाले अन्याय के बारे में ज़रूर बोलना चाहिए.

ज़हरा जोया

किसानेट टेड्रोस

किसानेट टेड्रोस, इरीट्रेया

शैक्षणिक उद्यमी

बेलेस बूबू एक यूट्यूब चैनल है जो एरिट्रिया के बच्चों को भाषा और संस्कृति की शिक्षा देता है जिसकी स्थापना कंटेंट क्रिएटर और उद्यमी किसानेट टेड्रोस ने की है. इथियोपिया में जन्मीं और पली-बढ़ीं टेड्रोस ने कम उम्र में अपनी जड़ से जुड़े रहने के लिए भाषा समझने के महत्व को जान लिया था.

उनकी प्रोडक्शन टीम एरिट्रिया, यूगांडा और कांगो जनतांत्रिक गणराज्य के स्व-शिक्षित आवाज़ और कलाकारों को एक साथ लाती है. उनके वीडियोज़ एरिट्रिया और इथियोपिया के टिगरिनया-भाषी मां-बाप और उनके बच्चे देखते हैं. टेड्रोस ने यूगांडा की राजधारनी कम्पाला में शरणार्थियों के लिए पहला बेलेस बूबू किड्स फ़ेस्टिवल भी आयोजित किया था.

सिमोने तेबेचे

सिमोने तेबेचे, ब्राज़ील

सनाटा

इस साल के राष्ट्रपति चुनाव में तीसरे स्थान पर रहने वाली मध्यमार्गी ब्राज़ीली सीनेटर सिमोने तेबेचे के बारे में बहुत सारे लोगों का मानना है कि वे वहां गहराते हुए ध्रुवीकरण को कुंद कर सकती हैं. वह 2002 में राज्य प्रतिनिधि चुनी गयीं और 2004 व 2008 में अपने गृह नगर त्रेस लागोअस की मेयर बनीं. वह 2014 में 52 प्रतिशत अधिक वोटों से सीनेट के लिए चुनी गयीं.

वे सीनेट की संविधान व न्याय समिति की पहली महिला अध्यक्ष बनीं. इस समिति को सबसे महत्वपूर्ण पैनल माना जाता है. एक दशक से अधिक से क़ानून की प्रोफ़ेसर के रूप में पढ़ा रहीं त्रेस महिलाओं के खि़लाफ़ हिंसा रोकने के लिए बनी समिती की भी अध्यक्ष रह चुकी हैं.

सबको मालूम होना चाहिए कि भविष्य महिलाओं का है, और किसी महिला का स्थान वही है जहां वह ख़ुद को देखना चाहती है.

सिमोने तेबेचे

क्रिस्टीना बर्दयन्सकीह

क्रिस्टीना बर्दयन्सकीह, यूक्रेन

पत्रकार

अवार्ड जीतने वाली पत्रकार क्रिस्टीना बर्दयन्सकीह ने युद्ध के दौरान अपने देश यूक्रेन की यात्रा की है और रूस की बमबारी का शिकार हुए विभिन्न क्षेत्रों से रिपोर्टिंग की है. उनके कुछ काम इस संघर्ष के बीच रोज़मर्रा की ज़िंदगी के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित हैं.

खेरसोन में पैदा हुईं बर्दयन्सकीह ने 14 साल तक कीव में राजीनतिक पत्रकार के रूप में काम किया है. इस दौरान उन्होंने एनवी मैगज़ीन और विभिन्न टीवी और रेडियो प्रोजेक्ट्स में भी काम किया. उन्होंने यूक्रेन के यूरोपीय विद्रोह में हिस्सा लेने वालों पर सोशल मीडिया प्रोजेक्ट 'ई-पीपल' बनाया जिसने बाद में पुस्तक का भी रूप लिया.

नथालिया बेकार्ट

नथालिया बेकार्ट, वेटिकन

नन

पोप फ्रांसिस द्वारा साइनाॅड ऑफ़ बिशप्स में अंडर सेक्रेटरी के पद पर नियुक्ति किये जाने से वे इस पद पर आसीन होने वाली पहली महिला बन गयीं. इस भूमिका में वे कैथाॅलिक चर्च के महत्वपूर्ण मुद्दों पर पोप को सलाह देने वाले समूह में शामिल रहेंगी और वोट देने का अधिकार रखने वाली एकमात्र महिला होंगी. इस निकाय के जनरल सेक्रेटरी ने 2021 में कहा था कि उनकी नियुक्ति से महिलाओं के लिए 'एक दरवाजा खुला है.'

इससे पहले कांग्रीगेशन ऑफ़ ज़ेवियर्स की इस फ़्रांसीसी नन ने नेशनल सर्विस फ़ाॅर द इवेंजिलाइजे़शन ऑफ़ यंग पीपुल ऐंड वकेसंस इन फ़्रांस की पहली महिला डायरेक्टर के रूप में भी अपनी सेवा दी थी.

जैसा कि पोप फ़्रांसिस कहते हैं, "यह न्याय मार्ग का कर्तव्य है कि सभी भेदभाव और महिला के साथ होने वाली हिंसा के ख़िलाफ़ लड़ा जाए...हम सबको चाहिए कि हम हर स्तर पर नेतृत्व के पदों पर महिलाओं को शामिल करने की हर कोशिश का साथ दें."

नथालिया बेकार्ट

आयशा मलिक

आयशा मलिक, पाकिस्तान

जज

इस साल पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज नियुक्त होने वाली जस्टिस आयशा ए. मलिक ने महिला अधिकारों के पक्ष में कई फ़ैसले दिए हैं. इनमें वह ऐतिहासिक निर्णय भी शामिल है जिसमें उन्होंने रेप पीड़िता की कथित 'टू-फ़िंगर' जांच पर पाबंदी लगाई है. ऐसे 'वर्जिन होने की जांच वाले टेस्ट' 2021 में ग़ैर-क़ानूनी क़रार दिये जाने से पहले तक सेक्स संबंधी हिंसा की जांच में इस्तेमाल होते थे.

सुप्रीम कोर्ट में अपनी भूमिका के साथ मलिक दुनिया भर में जजों को ट्रेनिंग देती हैं और उन्होंने पाकिस्तान में महिला जजों के सम्मेलनों का उद्घाटन भी किया है जिसमें वे न्याय व्यवस्था में स्त्री-पुरुष संदर्भ पर वाद-विवाद को बढ़ावा देती हैं.

महिलाओं के लिए ज़रूरी है कि वे एक नया नैरेटिव बनाएं- ऐसा विमर्श जिसमें उनकी दृष्टि, उनके अनुभव और उनकी कहानियां शामिल हों.

आयशा मलिक

मिया मोटली

मिया मोटली, बारबाडोस

प्रधानमंत्री

बारबाडोस की पहली महिला प्रधान मंत्री मिया मोटली ने जनवरी, 2022 में भारी जीत के बाद दूसरी बार प्रधानमंत्री बनी हैं. वे 2008 से बारबाडोस लेबर पार्टी का नेतृत्व कर रही हैं. उनके नेतृत्व में कैरिबियाई द्वीप ब्रिटिश शाही परिवार से संबंधों को तोड़ने, सम्राट को देश के प्रमुख से हटाने और दुनिया के सबसे नए गणतंत्र बनने में कामयाब रहा.

मोटली जलवायु परिवर्तन के बारे में मुखर रही हैं. COP27 में उन्होंने जलवायु संकट से निपटने में विफल रहने के लिए अमीर देशों की आलोचना की और चेतावनी दी कि अगर कारगर क़दम नहीं उठाए गए तो 2050 तक एक अरब जलवायु शरणार्थी हो सकते हैं.

ज़ारा मोहम्मदी

ज़ारा मोहम्मदी, ईरान

एडुकेटर

ज़ारा मोहम्मदी ने नोनजिन सामाजिक-सांस्कृतिक संघ की एक संस्थापक तौर पर अपने गृह शहर सानंदाज में एक दशक से अधिक समय कुर्द भाषा पढ़ाने में लगाया है.

ईरानी संविधान कहता है कि शिक्षा केन्द्रों पर क्षेत्रीय और जातीय भाषा का बेरोकटोक इस्तेमाल की अनुमति है लेकिन वकील और एक्टिविस्ट कहते हैं कि हक़ीक़त में ऐसा नहीं होता, इसलिए होता यह है कि बच्चे स्कूल में अपनी मातृभाषा नहीं सीख सकते. ईरानी सराकर ने मोहम्मदी पर ’’राष्ट्रीय सुरक्षा को नुक़सान पहुंचाने के लिए समूह और संगठन बनाने’’ का आरोप लगाया और उन्हें पांच साल क़ैद की सज़ा सुनायी गयी. वह जनवरी 2022 से जेल में हैं.

चेंग येन

चेंग येन, ताइवान

बौद्ध नन

धर्म गुरु चेंग येन को आधुनिक ताइवानी बौद्ध धर्म के विकास में सक्रिय सबसे प्रभावी लोगों में गिना जाता है. उन्होंने आम लोगों की मदद के लिए परोपकारी संगठन 'त्ज़ू ची फाउंडेशन' स्थापित किया. उन्हें अक्सर 'एशिया की मदर टेरीज़ा' भी कहा जाता है.

उन्होंने 1966 में इस संगठन की शुरुआत अपने परिवार की ज़रूरत के वक़्त मदद के लिए बचत करने वाली 30 गृहणियों के साथ की थी. तब से अब तक दुनिया भर में लाखों लोग इसके साथ जुड़कर अंतरराष्ट्रीय राहत और चिकित्सा सहायता प्रदान करने में लगे हैं. उनकी उम्र अब 85 से अधिक हो चुकी है. उनसे जुड़े लोगों ने अपना परोपकारी काम जारी रखा है और हाल ही में उन्होंने युद्ध से तबाह यूक्रेन के शरणार्थियों को पैसे व साज़ो-सामान से मदद की है.

उर्सुला वोन डर लायेन

उर्सुला वोन डर लायेन, जर्मनी

यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष

यूरोपीय कमीशन की पहली महिला अध्यक्ष उर्सुला वोन डर लायेन जर्मनी की राजनेता हैं. वे एंजेला मर्केल की कैबिनेट में रह चुकी हैं और जर्मनी में नियुक्त होने वाली पहली रक्षा मंत्री थीं.

ब्रसल्स में जन्मीं उर्ज़ुला वोन डर लायेन ने राजनीति में आने से पहले अर्थशास्त्र और मेडिकल की पढ़ाई की थी. उन्होंने 2019 में यूरोपीय यूनियन की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी संभाली. तब से उन्होंने इस संघ को 'ब्रेक्ज़िट', कोविड-19 महामारी, और यूक्रेन में युद्ध के दौरान अपना नेतृत्व दिया है. इस साल लागू हुए यूरोपीय संघ के उस क़ानून के पीछे उनका बहुत बड़ा हाथ था जिसके तहत कंपनी के बोर्ड्स में स्त्री-पुरुष समानता को आवश्यक बनाया गया था.

Sanna Marin

100 वीमेन 2010 में शामिल फ़िनलैंड की प्रधानमंत्री साना मारिन ने उन्हें नमांकित किया है

यूरोप जब एक बाद एक संकट झेल रहा था, उर्सुला वोन डर लायेन ने अद्भुत संकल्प का परिचय देते हुए यूरोपीय संघ को उन चुनौतियों से बाहर निकाला. उनका नेतृत्व अविचलित रहा. समय चाहे जितना मुश्किल हो, वह उससे अधिक साहसी हैं.

नाओमी लॉन्ग

नाओमी लॉन्ग, उत्तरी आयरलैंड

राजनेता

पूर्व न्याय मंत्री नाओमी लॉन्ग ने इस साल उत्तरी आयरलैंड में सेक्स संबंधी नए अपराधों पर क़ाबू करने के लिए क़ानून लाया है. इसमें डाउन ब्लाउज़िंग यानी ब्लाउज़ से ढंकने से रह गये छाती के हिस्से की बिना सहमति तस्वीर लेना और साइबर-फ़्लैशिंग यानी अजनबियों को अश्लील ऑनलाइन तस्वीर भेजना शामिल है. ख़ुद जान से मारने की धमकी झेल चुकी लॉन्ग ने महिला राजनेताओं को सताने के बारे में जागरुकता फैलाने की भी कोशिश की है.

पेशे से सिविल इंजीनियर लॉन्ग 1995 में अलायंस पार्टी में शामिल हुई थीं. बेलफ़स्ट की लॉर्ड मेयर की मेयर के रूप में सेवा देने के बाद वे 2010 में पहली अलायंस सांसद बनीं. वे पूर्व प्रधानमंत्री पीटर रॉबिन्सन को वेस्टमिनिस्टर सीट से बाहर कर सांसद चुनी गयीं. रॉबिन्सन का इस सीट पर 30 वर्षों से क़ब्ज़ा था.

हमें उस सोच से लड़ना होगा जिससे ऐसा माहौल बनता है कि उसके कारण मानवाधिकारों का हनन आम बात मानी जाती है. इसका मतलब यह है कि पुरुष अधिकारवाद, यौन भेदभाव और स्त्री विरोधी संस्कृति को सीधे तौर पर और लगातार चुनौती देते रहें.

नाओमी लॉन्ग

रोज़ा सालिह

रोज़ा सालिह, स्कॉटलैंड

राजनीति

रोज़ा सालिह मई 2022 में ग्लासगो सिटी काउंसिल के लिए चुनी जाने वाली पहली शरणार्थी बनीं जो एक किशोरी के रूप में उस समय सकॉटलैंड आयी थीं जब उनके परिवार को मजबूरी में इराक़ से भागना पड़ा था. ग्रेटर पोलक वार्ड के लिए एसएनपी काउंसिलर बनीं सालिह ने तब से शरणार्थी अधिकारों के लिए अभियान चलाया है जब वे किशोरी थीं. वह और उनके स्कूल के दोस्तों ने अपने एक-एक दोस्त को हिरासत में लिये जाने के खि़लाफ़ भी मिलकर अभियान चलाया था.

उनका अभियान ग्लासगो गर्ल्स शरण मांगने वालों से होने वाले व्यवहार के प्रति राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान खींचा था. सालिह ने सबसे मिलकर स्कॉटिश सॉलिडेरिटी विद कुर्दिस्तान की भी स्थापना की और मानवाधिकार कार्यकर्ता के रूप में तुर्की के कुर्द क्षेत्रों का दौरा किया.

नाज़नीन ज़ग़ारी-रैडक्लिफ़

नाज़नीन ज़ग़ारी-रैडक्लिफ़, यूके/ईरान

चैरिटी वर्कर

"दुनिया को यह सुनिश्चित करने के लिए संगठित होना चाहिए कि कोई उस काम के लिए बंधक या क़ैदी न बनाया जाए जो उसने किया ही न हो", ये वो शब्द थे जो ब्रितानी-ईरानी नाज़नीन ज़ग़ारी-रैडक्लिफ़ ने मार्च में ईरानी अधिकारियों द्वारा रिहा किये जाने के बाद कहे थे. उनके शौहर रिचर्ड ने लंबा अभियान चलाकर ब्रिटेन की सरकार को उनकी सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने और ईरान के साथ ऐतिहासिक ऋण विवाद को सुलझाने के लिए तैयार किया था.

नाज़नीन को ईरान में मनमाने ढंग से 2016 में छुट्टी के दिन गिरफ़्तार कर लिया गया था और बाद में ब्रितानी सरकार पर दबाव बनाने के लिए ईरानी अधिकारियों द्वारा कूटनीतिक मोहरे के तौर पर बंधक बना लिया गया. शुरुआत में उन्हें रिवॉल्यूशनरी कोर्ट द्वारा ईरानी सरकार को गिराने के प्रयासन के आरोप में दोषी ठहराया गया और उन्हें कुल छह साल तक बंदी बनाए रखा गया. जब 2021 में उनकी पहली सज़ा ख़त्म हुई तो उन्हें दूसरी सज़ा दी गई और कूटनीतिक समझौता होने तक ईरान में रोके रखा गया. नाज़नीन ने तमाम आरोपों को बिल्कुल बेबुनियाद बताया है और अपने पति के साथ एक संस्मरण लिख रही हैं.

संस्कृति एवं खेल

एसरा वार्डा

एसरा वार्डा , अल्जीरिया/अमेरिका

डांसर

अल्जीरियाई प्रवासी समुदाय की बच्ची एसरा वार्डा एक सांस्कृतिक योद्धा हैं जिन्होंने परंपरागत अल्जीरियाई नृत्य को घरों से निकालकर क्लासरूम में पहुंचाया है. वे उत्तर अफ़्रीकी महिलाओं के नेतृत्व वाली नृत्य परंपराओं के संरक्षण के लिए काम करती हैं जिसमें 'राई' पर ख़ास ध्यान रहता है. यह सामाजिक प्रतिरोध से ऐतिहासिक रूप से ज़मीन से जुड़ा नृत्य है.

वे प्रवासियों में परंपरागत 'राई' नृत्य की चुनिंदा महिला गुरुओं में शामिल चीका राबिया की शिष्या हैं. वार्डा एक दुनिया भर में घूम कर प्रदर्शन करने वाली कलाकार और शिक्षिका हैं. उनके कला-प्रदर्शन और उनकी कार्यशालाओं की वाशिंगटन डीसी से लेकर लंदन तक दुनिया भर में चर्चा होती है.

ओन्स जैबूर

ओन्स जैबूर , ट्यूनिशिया

टेनिस खिलाड़ी

विंबलडन चैंपियनशिप 2022 में एक ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंचने के बाद, ट्यूनीशियाई टेनिस स्टार ओन्स जैबूर ओपन युग में ग्रैंड स्लैम के फ़ाइनल में पहुंचने वाली पहली अरब या अफ्रीकी महिला बन गयीं. कुछ ही महीनों बाद वह यूएस ओपन के फाइनल में पहुंच गयीं.

मात्र तीन वर्ष की उम्र से टेनिस खेलना शुरू करने वाली 28 वर्षीय जैबूर ने महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) रैंकिंग में नंबर दो पर अपनी जगह बनाई - यह किसी भी अफ्रीकी या अरब, चाहे वह पुरुष हो या महिला, द्वारा हासिल किया जाने वाला अब तक का सर्वोच्च स्थान है. जैबूर ने अब तक अपने करियर में तीन एकल खिताब जीते हैं, और उन्हें नयी पीढ़ी के खिलाड़ियों को प्रेरित करने का श्रेय दिया जाता है.

वेलिया विडाल

वेलिया विडाल , कोलंबिया

लेखिका

कोलंबिया के एल चोको क्षेत्र की एक कहानीकार और संस्कृति की प्रवर्तक, वेलिया विडाल साझा पठन की पक्षधर हैं. वह मोतेते की संस्थापक हैं, यह संगठन पठन पाठन और साक्षरता को बढ़ावा देने के साथ ही चोको की अनूठी संस्कृति को बनाये रखने के लिये भी काम कर रहा है. कोलंबिया के सबसे वंचित क्षेत्र में असमानता और नस्लवाद से लड़ने के लिए साहित्य को एक उपकरण के रूप में मानते हुए, वह कोलंबिया के सबसे पिछड़े इलाके चोको में पढ़ने और लिखने का उत्सव भी आयोजित करती है.

उनकी हाल की एक पुस्तक — अगुआस डी एस्टुरियो, कोलम्बियाई संस्कृति मंत्रालय के अफ्रीकी-कोलंबिया लेखकों के लिए प्रकाशन अनुदान की पहली विजेता थी. वह एफ्लूऐन्ट्स प्रोजेक्ट की शोधकर्ता हैं, जो ब्रिटिश म्यूज़ियम के साथ एक संयुक्त पहल है.

अब हम महिलाओं के सदियों से हो रहे उत्पीड़न और इसे दूर करने की ज़रूरत के बारे में अधिक जागरूक हैं, लेकिन हम यह समझने में विफल रहे हैं कि नस्लवाद ने अफ्रीकी और स्वदेशी लोगों पर इन अत्याचारों को कैसे और दमनकारी बना दिया.

वेलिया विडाल

ज़ार अमीर-इब्राहीमी

ज़ार अमीर-इब्राहीमी, ईरान

अभिनेत्री

पुरस्कार प्राप्त अभिनेत्री व फ़िल्म निर्माता ज़ार अमीर-इब्राहीमी होली स्पाइडर में अपने अभिनय के लिए कान में बेस्ट ऐक्ट्रेस का खि़ताब जीतने वाली पहली ईरानी बनीं. होली स्पाइडर यौन कर्मियों को निशाना बनाने वाले सीरियल किलर की सच्ची कहानी पर बनी फ़िल्म है.

जब उनका एक अतरंग पलों वाला वीडियो लीक हुआ और उनके प्रेम जीवन के बारे में उल्टे-सीधे आरोपों का अभियान चलाया गया तो अमीर-इब्राहीमी को मुक़दमे और प्रताड़ना से बचने के लिए ईरान छोड़ना पड़ा था. वह 2008 में पेरिस चली गयीं जहां उन्होंने अपनी निर्माण कंपनी एलेम्बिक प्रोडक्शन बनायी और कैमरे के सामने व पीछे अपने प्रभावशाली करियर को आगे बढ़ा रही हैं.

दीमा आकता

दीमा आकता, सीरिया

धावक

सन 2012 में सीरिया में दीमा आकता के घर पर बमबारी हई थी जिसमें उन्हें एक अपनी एक टांग गंवानी पड़ी और इसके बाद वह दौड़ने का अपने पसंदीदा काम से महरूम हो गयीं. लगभग 28 प्रतिशत सीरियाई किसी न किसी विकलांगता के शिकार हैं जो संयुक्त राष्ट्र के आंकड़े के हिसाब से दुनिया के औसत का दोगुना है. दस साल बाद, आकता ब्रिटेन पहुंच चुकी हैं और 2024 के पैरालंपिक्स के लिए ट्रेनिंग ले रही हैं.

महामारी के दौरान शरणार्थियों के लिए धन जुटाने के बाद उन्हें इंग्लैंड के वैकल्पिक फ़ुटबॉल दल लायनहार्ट्स में सदस्य के तौर पर जगह मिली. हाल ही में उनकी कहानी हाल ही में पॉप स्टार एनी-मारी के म्यूज़िक वीडियो ’ब्यूटीफ़ुल’ दिखायी गयी है. उन्होंने विकलांगता के साथ जी रहे लोगों के सामर्थ्य के बारे में जागरुकता फैलाने का काम जारी रखा है.

बिली एलिश

बिली एलिश, अमेरिका

गायिका-गीतकार

ग्रैमी अवार्ड जीत चुकीं बिली की पहचान एलबमों की बिक्री में रिकॉर्ड बनाने वाले सुपरस्टार की है. वे संगीत के ज़रिए भी मौजूदा व्यवस्था पर सवाल उठाती रही हैं. मसलन फ्रॉम हर सिंगल योर पावर, के ज़रिए उन्होंने कम उम्र की लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने वालों पर निशाना साधा है वहीं टू ऑल द गुड गर्ल्स गो टू हेल के ज़रिए उन्होंने जलवायु परिवर्तन की बात उठायी है.

बिली ने गर्भपात के संवैधानिक अधिकार को समाप्त करने के अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के ख़िलाफ़ विरोध जताने के लिए अपने संगीत का इस्तेमाल किया. इसके चलते अब तक की सबसे कम उम्र की ग्लैस्टनबरी हेडलाइनर बनकर उन्होंने इतिहास रच दिया. वे सार्वजनिक तौर पर अपने शरीर, अपने अवसाद और टौरेटे सिंड्रोम के साथ जीवन जीने पर बोलती रही हैं.

मैं जिस दौर में हूं, उसको लेकर अचरज में हूं. महिलाएं अभी शीर्ष पर हैं. एक समय था जब मैं बेहद निराश थी क्योंकि मेरी जैसी लड़कियों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था.

बिली एलिश

ओना कार्बोनेल

ओना कार्बोनेल, स्पेन

तैराक

स्पेन की कलात्मक तैराकी टीम की सदस्य ओना कार्बोनल चैंपियन एथलीट के साथ साथ मां की भूमिका सहज ढंग से निभा रही हैं. तीन बार ओलंपिक में हिस्सा ले चुकीं कार्नोबल की झोली में ओलंपिक रजत और कांस्य पदक सहित 30 से ज़्यादा पदक हैं.

2020 में उन्होंने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया और टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों में हिस्सा लेने के लिए जुट गईं. उन्होंने ओलंपिक के उन नियमों को लेकर अपनी निराशा जतायी जिसके मुताबिक वह अपने बेटे को स्तनपान नहीं करा सकती थी. इस साल वह दूसरी बार मां बनीं. उन्होंने दूसरी एथलीटों को दिखाए जाने वाले एक डॉक्यूमेंट्री में बताया है कि मां बनने के साथ साथ भी खेल में सक्रिय रहा जा सकता है.

कादरी केउंग

कादरी केउंग, हॉन्गकॉन्ग

फ़ैशन डिज़ाइनर

कादरी केउंग के सिर पर इस बात का धुन सवार रहता है कि वह बुज़र्गों और भिन्न योग्यता वाले लोगों के लिए ख़ूबसूरत पोशाक डिज़ाइन करें. उन्होंने अपनी मां ओफ़ीलिया केउंग के साथ 2018 में लचीला फ़ैशन ब्रांड आरएचवाईएस शुरू किया जो कादरी की दादी के प्यार से प्रेरित था और इस एहसास से कि बुज़ुर्गों के लिए तैयार पोशाक अक्सर पहनने और देखने में ठीक नहीं होता.

पोशाक डिज़ाइन ग्रेजुएट के तौर पर केउंग ग्राहकों की ज़रूरत और अपनी जानकारी को एक साथ लाती हैं चाहे मामला कैथेटर संभालने वाले बैग का हो या उस पट्टी का जो चर की आवाज़ के साथ खुलती और सटती है. उनके ब्रांड ने 90 वंचित महिलाओं को ट्रेनिंग और नौकरी दी जिनमें कुछ विकलांग भी थीं. 2022 में केउंग ने बाउंडलेस शुरू की जो फ़ैशनेबल सामान बनाने वाला समावेशी ब्रांड है.

साराह चान

साराह चान, साउथ सूडान

एनबीए स्काउटर

पूर्व बास्केटबॉल खिलाड़ी सारा चेन अब दक्षिण सूडान और केन्या में किशोर-किशोरियों को गाइड करती हैं और उन्हें खेल सिखाती हैं. वे एनबीए की टोरंटो रैप्टर्स बास्केटबॉल टीम के लिए अफ़्रीका में खिलाड़ी तलाशने वाली पहली महिला प्रबंधक हैं.

सूडान की राजधानी ख़रतूम के युद्ध से जान बचाकर भागने वाली सारा और उनका परिवार केन्या पहुंचा जहां चान का बास्केटबॉल का सफ़र शुरू हुआ. उन्हें जैकसन, टेनेसी की यूनियन यूनिवर्सिटी में बास्केटबॉल स्कॉलरशिप मिल गयी और उन्होंने अफ़्रीका व यूरोप में प्रोफे़शनल बास्केटबॉल में हिस्सा लिया. चान ने एक एनजीओ होम एट होम/एपेडाइट फ़ाउंडेशन की स्थापना की जो बाल विवाह की रोकथाम और शिक्षा के लिए काम करता है. इसके अलावा यह खेल के ज़रिए लोगों को शिक्षित करने का काम भी करता है.

आप वही होते हैं जो आप अपने बारे में सोचते हैं, इसलिए एक ऐसे भविष्य में विश्वास कीजिए जिसमें आपके सारे सपने और आपकी सारी इच्छाएं हों.

साराह चान

प्रियंका चोपड़ा जोनास

प्रियंका चोपड़ा जोनास, भारत

अभिनेत्री

साठ से अधिक फ़िल्मों में काम कर चुकीं प्रियंका चोपड़ा जोनास बॉलीवुड की एक बड़ी फ़िल्म स्टार हैं. 2002 में अपनी पहली फ़िल्म में काम करने के बाद पूर्व मिस वल्र्ड प्रियंका को हॉलीवुड में काम का मौक़ा मिला. उन्होंने अमेरिकी नेटवर्क ड्रामा सिरीज़ (क्वान्टिको, 2015) में मुख्य भूमिका निभाने वाली पहली दक्षिण एशियाई कलाकार बनकर इतिहास बना दिया

हॉलीवुड में जिन फ़िल्मों से उनकी अदाकारी चर्चित रही उनमें 'इज़न्ट इट रोमैंटिक' और 'द मैट्रिक्स रिसरेक्शंस' शामिल हैं. उन्होंने अपनी प्रॉडक्शन कंपनी बनाई है जो भारत में फ़िल्में बनाती है. प्रियंका यूनिसेफ़ की सद्भावना राजूदत भी हैं और बाल अधिकारों व बालिका शिक्षा के लिए अभियान में शामिल रहती हैं.

उनका कहना है कि 'मी टू' आंदोलन और इसके बाद महिलाओं की उठी सामूहिक आवाज़, एक दूसरे की सुरक्षा, और एक दूसरे के लिए खड़े होना- इस सामूहिकता में बहुत शक्ति है.

प्रियंका चोपड़ा जोनास

स्नेहा जावाले

स्नेहा जावाले, भारत

सामाजिक कार्यकर्ता

दिसंबर 2000 में जब स्नेहा जावाले के माता-पिता और दहेज की मांग को पूरा नहीं कर पाए तो उनके पति ने उनपर केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी. उनके परिवार ने पुलिस केस दर्ज नहीं कराया. जब उनके पति उनके बेटे को लेकर चले गये तो उन्होंने अपने जीवन को फिर से खड़ा करने की ठानी. इसके लिए उन्होंने टैरो कार्ड रीडर और स्क्रिप्ट राइटर का काम चुना- यह ऐसे काम थे जिनमें लोगों को उनका चेहरा देखने की ज़रूरत नहीं थी.

जावाले को, जो अब एक सामजिक कार्यकर्ता हैं, 2012 की गैंग रेप पीड़िता निर्भया के नाम पर बनने वाले और हिंसा झेलकर बचने वालों के अनुभवों पर एक थिएटर नाटक में भूमिका निभाने का आमंत्रण मिला. दुनिया भर में दर्शकों के सामने अपनी कला के प्रदर्शन से उनका डर दूर हुआ.

पिछले दस वर्षों में आग और तेज़ाब से जलने के बाद जी रही महिलाओं के प्रति समाज की सोच बदली है. मैं ख़ुद को किसी मिस वल्र्ड या मिस यूनिवर्स से कम नहीं समझती हूं. मैं कहती हूं कि मैं सुन्दर हूं, तो हूं.

स्नेहा जावाले

रीमा जुफ़ाली

रीमा जुफ़ाली, सऊदी अरब

रेसिंग ड्राइवर

रीमा जफ़ाली ने 2018 में सऊदी अरब की पहली महिला पेशेवर रेसिंग ड्राइवर बनकर इतिहास रच दिया. इस साल, उन्होंने इंटरनेशनल जीटी ओपन में प्रतिस्पर्धा करने और मोटर रेसिंग में सऊदी अरब की पहुंच और भागीदारी को बेहतर बनाने के लिये अपनी खुद की टीम, थीबा मोटरस्पोर्ट की स्थापना की. वह टीम के माध्यम से पेशेवर चालकों के खेल में विविधता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के शैक्षिक अवसरों और कार्यक्रमों का निर्माण कर रही हैं.

दुनिया भर की अन्य महिला रेसिंग ड्राइवरों के लिये एक रोल मॉडल — जुफ़ाली को थीबा मोटरस्पोर्ट के साथ प्रतिष्ठित ले मैन्स 24-घंटे की दौड़ में शामिल होकर एक और पहली बार का ख़िताब हासिल करने की उम्मीद है.

समाज में महिलाओं के लिए अनेक रूढ़ियां बनी हुई हैं. सार्थक और स्थायी परिवर्तन के लिए घर से और साथ ही समाज से समर्थन की आवश्यकता है.

रीमा जुफ़ाली

अला पुगूचेवा

अला पुगूचेवा, रूस

संगीतकार

कलाकार और संगीतकार अला पुगूचेवा के 250 मिलियन से अधिक रेकॉर्ड बिक चुके हैं. 500 गीतों और 100 अलबमों से अधिक के ख़ज़ाने के साथ 'रूसी पॉप की ज़रीना' कहलाने वाली आला एक सांस्कृतिक हस्ती हैं जिन्हें उनकी साफ़ मेज़ो-सोप्रानो आवाज़ के लिए जाना जाता है हालांकि अब उन्होंने कला-प्रदर्शन को अलविदा कह दिया है.

उन्हें उनके संगीत के लिए रूस द्वारा लगातार सम्मानित किया जाता रहा है लेकिन पुगाचेवा अनेक अवसरों पर सरकार के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद कर चुकी हैं. उन्होंने हाल ही में इंस्टाग्राम पर अपने 36 लाख फ़ॉलोअर्स के लिए एक संदेश दिया जिसमें यूक्रेन युद्ध की भर्त्सना की गयी है, जिसपर उनकी प्रशंसा भी की गयी और उनपर ग़द्दारी के आरोप भी लगे.

दुनिया में महिलाओं को शिक्षा के अधिकार और आर्थिक आज़ादी की लड़ाई में काफ़ी कामयाबी मिली है. फिर भी कई देशों में घरेलू हिंसा एक बड़ी समस्या है.

अला पुगूचेवा

सेल्मा ब्लेयर

सेल्मा ब्लेयर, अमेरिका

अभिनेत्री

पोप कल्चर की क्लासिक फ़िल्में 'क्रुएल इंटेंशन्स', 'लीगली ब्लोंड' और 'हेलबॉय' में निभायी गयी अपनी भूमिकाओं के मशहूर सेल्मा ब्लेयर अमेरिकी फ़िल्म व टेलीविज़न कलाकार हैं.

उन्हें 2018 में अपनी मल्टीपल स्क्लेरोसिस बीमारी का पता चला. इस बीमारी के बारे में जागरुकता फैलाने, अपने स्वास्थ्य और अपनी परेशानियों के बारे में खुलकर बात करने के लिए उनकी प्रशंसा की जाती है. इस साल उन्होंने अपना संस्मरण 'मीन बेबी' रिलीज़ किया है और योग्यता-समावेशी मेक अप ब्रांड के साथ जुड़ी हैं. इसका मक़सद काम करने की जगह के हिसाब से सौंदर्य सामग्री बनाना है, जिसका इस्तेमाल हर आदमी के लिए आसान हो.

मैं एक ऐसी महिला हूं जिसका जीवन बहुत कठिन रहा है, जिसके बारे में बहुत कुछ कहा गया, जो बहुत आसानी से मुझे तोड़ सकता था लेकिन यह दूसरी महिलाओं से मिले समर्थन का नतीजा है कि आज मैं इस मुक़ाम पर हूं.

सेल्मा ब्लेयर

मिली

मिली, थाईलैंड

रैप कलाकार

कलाकार और गीतकार दानुफा खानथीराकुल अपने स्टेज वाले उपनाम मिली से जानी जाती हैं जो अव्यावहारिक सौंदर्य स्तर और और सेक्सुअल सहमति जैसे मुद्दों पर विवादास्पद गीत लिखती हैं. वे कई भाषाओं और बोलियों में 'रैप' करती हैं और थाईलैंड के किन्नर समुदाय की गालियों का भी इस्तेमाल करती हैं. उन्होंने हाल में ही अपने उद्घाटन अलबम 'बाब बम बम' की घोषणा की है.

वे इस साल थाई रुढ़ियों और सरकार को चुनौती देने के साथ-साथ स्टेज पर ही एक परंपरागत थाई मीठा एक तरह का 'आम-भात' खाने से कोशेला उत्सव के दौरान वायरल सनसनी बन गयीं. पिछले साल उन्हें कोविड-19 से निपटने के थाई सरकार के तौर-तरीकों की आलोचना करने के कारण मानहानि के आरोपों का सामना करना पड़ा था. इसके बाद हैशटैग #SaveMilli ट्रेंड करने लगा था.

सालिमा रादिया मुकांसंगा

सालिमा रादिया मुकांसंगा, रवांडा

रेफ़री

सलीमा रादिया मुकांसंगा इतिहास की उन पहली तीन महिला रेफ़रियों में शामिल हैं जिन्हें फ़ीफ़ा ने क़तर में 2022 में होने फ़ुटबॉल के पुरुष विश्व कप लिए चुना. अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबॉल का वह ऐतिहासिक क्षण था जब इस टूर्नामेंट के 92 साल के इतिहास में पहली बार किसी महिला को यह भूमिका दी गयी.

पिछली जनवरी में वे अफ़्रीका कप ऑफ़ नेशंस के किसी मैच में रेफ़री की भूमिका निभाने वाली पहली महिला बनी थीं. उन्होंने टोक्यो के ओलंपिक खेलों में भी बतौर रेफ़री अपनी भूमिका निभाई है. वे पहले ही अंतरराष्ट्रीय महिला फ़ुटबॉल के उच्चतम स्तर में अपनी अध्यक्षीय भूमिका निभा चुकी हैं. खेल के क्षेत्र में काम से पहले उन्होंने नर्सिंग की ट्रेनिंग ली है.

लारा मैकेलिस्टर

लारा मैकेलिस्टर, वेल्स

प्रोफ़ेसर एंड पूर्व फ़ुटबॉलर

वेल्स महिला फ़ुटबॉल टीम की कप्तान लारा मैकेलिस्टर खेल प्रशासन में कई वरिष्ठ पदों पर रही हैं. वे फ़िलहाल यूएफ़ा की महिला फ़ुटबॉल समिति की उपाध्यक्ष हैं और यूएफ़ा प्रतिनिधित्व के तौर पर अप्रैल 2021 में फ़ीफ़ा काउंसिल का चुनाव लड़ चुकी हैं. वे फ़ुटबॉल एसोएिशन ऑफ़ वेल्स ट्रस्ट की बोर्ड डायरेक्टर हैं.

वर्तमान में कार्डिफ़ यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर मैकेलिस्टर वेल्स की राजनीति की विशेषज्ञ हैं. इस साल वेल्स ने उन्हें क़तर में आयोजित विश्व कप के लिए एलजीबीटीक्यू़+ का खेल दूत चुना था. उन्हें स्टेडियम में प्रवेश के समय अपनी ’रेनबो वॉल’ बकेट हैट हटाने को कहा गया था जो एलजीबीटीक्यू+ समुदाय को समर्थन दर्शाता रहा था.

रीटा मोरीनो

रीटा मोरीनो, प्यूरेतो रिको/ अमेरिका

अभिनेत्री

रीटा मोनीरो उन चुनिंदा कलाकारों में से हैं जिन्हें 'ईगॉट' का ख़िताब मिला है. ईजीओटी या ईगॉट उस श्रेष्ठ उपलब्धि के लिए इस्तेमाल होने वाली शब्दावली है जिससे एमी, ग्रैमी, ऑस्कर और टोनी अवॉर्ड शामिल है. प्यूएर्तो रिको की इस अभिनेतत्री, गायिका और नृत्यांगना ने 13 साल की उम्र में 'ब्रॉडवे' से अपनी शुरुआत की और इनका सात दशकों में फैला चमकदार करियर है.

उन्होंने सिंगिन' इन द रेन और द किंग में काम किया लेकिन मूल 'वेस्ट साइड स्टोरी' में अनीटा वाली भूमिका ने उन्हें ऑस्कर जीतने वाली पहली लैटिन अमेरिकी बनाया. स्टीवन स्पिलबर्ग ने अपने प्रसिद्ध रीमेक के लिए मोरीनो के लिए ख़ासतौर पर एक नया पात्र गढ़ा था. मोरीनो की उम्र 90 साल से ज़्यादा हो चुकी है.

एलनाज़ रकाबी

एलनाज़ रकाबी, ईरान

पर्वतारोही

अक्टूबर में दक्षिण कोरिया में आयोजित हुई एशियन चैम्पियनशिप में ईरानी पर्वातारोही एलनाज़ रकाबी ने अपने देश में अनिवार्य हिजाब के खि़लाफ़ जारी प्रदर्शनों के दौरान बिना हिजाब के हिस्सा लिया. उन्हें चैम्पियनिशप में चैथा स्थान मिला लेकिन ईरानी प्रदर्शनकारियों में वह लोकप्रिय हो गयीं. जब वह घर लौटीं तो तेहरान एयरपोर्ट पर कई लोगों ने उनका इस्तक़बाल किया और सोशल मीडिया पर भी उनकी प्रशंसा हुई.

बाद में उनके इंस्टाग्राम पेज पर एक पोस्ट में लिखा गया कि उनका हिजाब ग़लती से गिर गया था और उन्होंने सरकारी टीवी पर ईरानी लोगों से ‘ग़लतफ़हमी और चिंताओं’ के लिए माफ़ी मांगी. हालांकि एक सूत्र ने बीबीसी फारसी को बताया कि उनके इंटरव्यू में वह बात ज़बर्दस्ती कहलायी गयी थी.

यूलिमर रोजस

यूलिमर रोजस, वेनेजुएला

एथलीट

ओलंपिक गोल्ड व सिल्वर मेडलिस्ट और तीन बार की विश्व चैंपियन यूलिमर रोजस मार्च में आयोजित हुई विश्व एथलेटिक्स इंडोर चैंपियनशिप में 15.74 मीटर की छलांग लगाकर महिला ट्रिपल जंप की विश्व रिकॉर्डधारी बन गईं. उनकी निगाहें इससे बड़ी उपलब्धि- 16 मीटर की छलांग लगाने पर टिकी हैं.

कराकस, वेनेज़ुएला में पैदा और कैरेबियाई तट के ग़रीब इलाके में पली-बढ़ीं रोजस अपनी कामयाबी का श्रेय अपनी छोटी शुरुआत को देती हैं.अभी बार्सिलोना एफ़सी एथलेटिक्स क्लब की सदस्य रोजस ने अपने देश में हीरो का दर्जा प्राप्त कर रखा है. वह खुले तौर पर लेस्बियन हैं और एलजीबीटीक्यू+ मुद्दों की प्रखर समर्थक हैं.

हम महिलाओं को किसी की धौंसपट्टी में नहीं आना चाहिए. हमारे लिए कोई असंभव बात नहीं, यह तो पहले से तय है कि हमें कम आंका जाएगा लेकिन हम गर्व के साथ पहले ही दिखा चुके हैं कि हम हर काम के योग्य हैं.

यूलिमर रोजस

मी कूयोंग (मीकी) ली

मी कूयोंग (मीकी) ली, साउथ कोरिया

प्रोड्यूसर

कला जगत की एक प्रतिबद्ध समर्थक के रूप में, मिकी ली कोरियाई सांस्कृतिक लहर का नेतृत्व कर रही हैं. के-पॉप की वैश्विक सफलता में उनका अहम योगदान है और संगीत समारोह केसीओएन को बनाने वालों में ली शामिल हैं. वह पैरासाइट फ़िल्म की एक कार्यकारी निर्माता भी हैं, जो सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के लिए ऑस्कर जीतने वाली विदेशी भाषा की पहली फ़िल्म हैं.

ली दक्षिण कोरिया के मनोरंजन समूह सीजे ईएनएम, जो एक शक्तिशाली फ़िल्म और टीवी स्टुडियो, केबल ऑपरेटर और म्यूज़िक प्रॉडक्शन कंपनी है- की उपाध्यक्ष हैं.

Rebel Wilson

2021 की विजेता अभिनेत्री रेबेल विल्सन द्वारा नामांकित

वह पूरी तरह से गर्ल पावर हैं, मेरे लिए रोल मॉडल. उन्होंने अपनी संस्कृति का प्रचार दुनिया भर के सभी वर्गों के सामने किया है.

गीतांजली श्री

गीतांजली श्री, भारत

लेखिका

उपन्यासकार और लेखिका गीतांजली श्री 'टूम ऑफ़ द सैंड' के लिए इस साल, इंटरनेशनल बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली हिन्दी रचनाकार बनने का इतिहास बनाया. यह उनके मूल उपन्यास 'रेत समाधि' का अंग्रेज़ी अनुवाद है. इस उपन्यास के फ़्रेंच अनुवाद को एमिल ग्यूमे पुरस्कार के लिए संभावित सूची में भी शामिल किया गया था.

गीतांजलि कथा हिन्दी में लिखती हैं और अकथात्मक लेखन हिन्दी और अंग्रेज़ी दोनों में करती हैं. अनोखे भाषा-प्रयोग और संरचना वाली उनकी रचनाएं कई भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनूदित हुई हैं. वह थिएटर समूह 'विवादी' के साथ नाट्य रचनाओं पर भी काम करती हैं, जिसकी वह संस्थापक सदस्य भी हैं.

महिलाओं ने हमेशा से अपने लिए जगह बनाई है. लेकिन हमारे ज़माने में उन्होंने सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है, चाहे यह अलग-अलग संस्कृतियों और वर्गों में असमान ही क्यो न हो.

गीतांजली श्री

नाना डारोका सेकियामह

नाना डारोका सेकियामह, घाना

लेखिका

उनकी किताब 'द सेक्स लाइव्ज़ ऑफ़ अफ़्रीकन वीमेन' का वर्णन पब्लिशर्स वीकली की एक ज़बर्दस्त समीक्षा में "यौनिक मुक्ति की चाह की आश्चर्यजनक कहानी' के रूप में किया गया है. इसे 'द इकोनॉमिस्ट' पत्रिका ने वर्ष की श्रेष्ठ पुस्तकों की सूची में शामिल किया था जिसमें पूरे महादेश और दुनिया भर के अप्रवासियों की विविध बातों को जगह दी गयी है.

लेखिका और नारीवादी कार्यकर्ता नाना डारोका सेकियामह 'एडवेंचर्स फ़्राॅम द बेडरूम्स ऑफ़ अफ़्रीकन वीमेन' की सह-संस्थापक भी हैं। यह एक वेबसाइट, पॉडकास्ट और उत्सव का मंच है जिसमें यौन संबंधों, यौनिकताओं और आंनद के गिर्द अफ़्रीकी महिलाओं के अनुभवों की कहानी बताने के लिए सामग्री तैयार की जाती है.

नारीवादियों ने हर महिला के लिए अपनी एक जगह बनाने में सफलता पाई है. लेकिन हमें बदले में एक प्रतिरोध का भी सामना करना पड़ रहा है जो हमारी उपलब्धियों का नतीजा है- यह प्रतिरोध ख़ासकर लैंगिक तौर पर विविध और इन विविधताओं को नहीं मानने वालों को प्रभावित करता है.

नाना डारोका सेकियामह

सैली स्केल्स

सैली स्केल्स, ऑस्ट्रेलिया

कलाकार

सन 2022 में कला सलाहकार सैली स्केल्स को आस्ट्रेलियाई सरकार के साथ काम कर रहे समूह में नियुक्त उस समय किया गया था जब 'वॉइस ऑफ़ पार्लियामेंट' नाम का जनमत संग्रह शुरू होने वाला था. इसे एक ऐतिहासिक विमर्श माना जा रहा है जो सफल हुआ तो देशज लोगों को संसदीय प्रक्रिया में सदा प्रतिनिधित्व मिलता रहेगा.

सम्मानित सांस्कृतिक लीडर और कलाकार स्केल्स दूरदराज़ दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया के सुदूर पश्चिम अनानंगु पितजंतजतजारा यांकुन्यत्जतजारा (एपीवाई) लैंड्स के पिपलयतजारा की पितजंतजतजारा महिला हैं. वह एपीवाई के अध्यक्ष पद पर आसीन होने वाली दूसरी महिला हैं और वह एपीवाई आर्ट सेंटर कलेक्टिव की प्रवक्ता भी हैं जो देशज लोगों का सांस्कृतिक उद्यम है.

Julia Gillard

100 वीमेन 2018 में शामिल पूर्व राजनेता जूलिया गिलार्ड से नामांकित

सैली की कला में अद्भुत कला और मानवीय समझ दोनों का समावेश है. दूसरों को प्रबुद्ध और उत्साहित करके, वह नस्लवाद और जेंडर आधारित भेदभाव को समाप्त करने के लिए कई बदलावों के लिए प्रेरित करत हैं.

अलेग्ज़ान्द्रा स्कोशिलेंको

अलेग्ज़ान्द्रा स्कोशिलेंको, रूस

कलाकार

सेंट पीटर्सबर्ग की कलाकार अलेग्ज़ान्द्रा स्कोशिलेंको को इस बात के लिए जाने से रोक दिया गया था कि उन्होंने सुपरमार्केट की दाम वाली पट्टियों पर यूक्रेन युद्ध के बारे में संदेश लिखे थे. उन संदेशों में मारिउपोल थिएटर पर हवाई हमले में मारे गए लोगों की संभावित संख्या के बारे में सूचना भी थी. इस बारे में एक और दुकानदार द्वारा शिकायत किए जाने के बाद उन्हें रूसी सैन्य बलों के बारे में ग़लत सूचना देने के लिए ख़िलाफ़ बने क़ानून के तहत अभियुक्त बनाया गया था.

फ़िलहाल उन्हें सुनवाई पूर्व हिरासत केंद्र में रखा गया है लेकिन वे ख़ुद को विचारों के लिए बनाई गई क़ैदी मानती है. उन्हें 10 साल क़ैद की सज़ा हो सकती है.

अलेग्ज़ान्द्रा स्कोशीलेंको ने मानसिक स्वास्थ्य पर कॉमिक बुक्स लिखी हैं जिनमें 'नोट्स ऑन डिप्रेशन एंड व्हाट इज़ मेनिया' शामिल है. उनकी गर्लफ्रेंड ने क़ैद में अलेग्ज़ान्द्रा स्कोशीलेंको के स्वास्थ्य के बारे में चिंता जताई है.

एक्टिविज़्म एवं एडवोकेसी

हाइडी क्रोटर

हाइडी क्रोटर , यूके

विकलांगता कैंपेनर

हाइडी क्रोटर ने डाउन सिंड्रोम वाले लोगों के बारे में सोच बदलने के लिए मुहिम चलायी है. उन्होंने यूके की सरकार को उस क़ानून बनाये जाने के ख़िलाफ़ अदालत में घसीटा था जिसमें इस समस्या वाले भ्रूणों का जन्म से पहले तक गर्भपात कराने की अनुमति दी थी. वे इसे भेदभावपूर्ण मानती हैं. हाईकोर्ट ने उनकी दलील के खि़लाफ़ फ़ैसला दिया और कहा कि इस क़ानून का मक़सद महिला और अजन्मे बच्चे के अधिकारों के बीच संतुलन बनाना है. नंवबर में क्रोटर की अपील नामंज़ूर हो गयी लेकिन उन्होंने कहा कि उनकी और उनकी टीम की योजना 'लड़ते रहने' की है और इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ले जाने की है.

वे ’पाॅज़िटिव अबाउट डाउन’ की संरक्षक हैं और नेशनल डाउन सिंड्रोम पाॅलिसी ग्रुप की संस्थापक अधिकारी हैं. उनकी पुस्तक ’आइएम जस्ट हाइडी’ अगस्त में प्रकाशित हुई है.

मैं चाहती हूं कि गर्भवती महिलाओं को डाउन सिंड्रोम के बारे में जानकारी का अधिकार मिले. मैं चाहती हूं कि लोग समय के साथ चलें और देखें कि वास्तव में हम कौन हैं!

हाइडी क्रोटर

जूडिथ ह्यूमैन

जूडिथ ह्यूमैन , अमेरिका

विकलांग अधिकार कार्यकर्ता

जूडिथ ह्यूमैन ने विकलांग लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने में अपना जीवन समर्पित कर दिया. वह बचपन में पोलियो की चपेट में आ गयी थीं. वह पहली व्हीलचेयर उपयोगकर्ता थीं जिनकी न्यूयॉर्क शहर में एक शिक्षक के रूप में नियुक्ति हुई.

वह विकलांगों के अधिकारों के लिए काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त नेता हैं, और इस क्षेत्र में उनकी सक्रियता - जिसमें अब तक के सबसे लंबे अमेरिकी संघीय भवन पर धरने में उनकी भागीदारी शामिल है - के कारण अहम क़ानून बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका दिखाई पड़ी. ह्यूमैन ने क्लिंटन और ओबामा प्रशासन दोनों के समय काम किया, और उनके पास 20 साल का गैर-लाभकारी अनुभव है.

2020 की विजेता विकलांग अधिकार कार्यकर्ता शानी ढांढा की ओर से नामांकित

मैं ईमानदारी से जूडिथ के काम से प्रेरित हूं. वह 30 साल से भी ज़्यादा समय से दुनिया भर में विकलांग लोगों के अधिकारों के लिए काम कर रही हैं. वह विकलांगों के अधिकार आंदोलन से जुड़ी तमाम कोशिशों में शामिल रही हैं और इस काम को करते हुए थकी नहीं हैं.

सेसी फ्लोरेस

सेसी फ्लोरेस , मैक्सिको

सामाजिक कार्यकर्ता

सेसी फ्लोरेस के 21 वर्षीय बेटे एलिजान्द्रो को 2015 में हथियारबंद लोग उठा ले गए. चार साल बाद उनके एक और बेटे मार्को आंतोनियो, 31, का एक आपराधिक समूह ने अपहरण कर लिया. फ्लोरेस कहती हैं कि उनका सक्रियतावाद/आंदोलन इस डर पर आधारित है कि यह जाने बिना मौत न आ जाए कि उनके बच्चों का क्या हुआ जो मेक्सिको में जबरन गुमशुदगी के शिकार हुए हैं.

इस साल स्थिति भयावह स्तर पर चली गई और देश में ऐसे गुमशुदा घोषित लोगों की संख्या 10 लाख दर्ज हुई. संयुक्त राष्ट्र ने इसे 'बड़ी त्रासदी' घोषित किया है. फ्लोरेस के नेतृत्व में 'मादरेस बुकाडोरास डि सोनोरा' समूह (सोनोरा की तलाशती माएं) ने 1000 से अधिक गुमशुदा लोगों को रहस्यमयी क़ब्रों से ढूंढ निकालने में मदद की है.

रोया पिरेई

रोया पिरेई , ईरान

एक्टिविस्ट

सितंबर में रोया की तस्वीर वायरल हुई थी. उनकी मां 62 वर्षीय मीनू माजिदी केरमानशाह में प्रदर्शन करती आ रही थीं. यहीं उन्हें सुरक्षा बलों ने गोली मार दी थी जिससे उनकी मौत हो गयी. केरमानशाह ईरान का सबसे बड़ा कुर्द शहर है. अपनी मां की क़ब्र के पास खड़ी पिरेई ने उस उस तस्वीर में सर मुंडाकर अपने कटे बालों को हाथ में ले रखा था और डटकर कैमरे की तरफ़ देख रही थीं.

वह 22 वर्षीय कुर्द महिला महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के फैलने के बाद अंतरराष्ट्रीय सुर्ख़ियों में आने वाली प्रमख चेहरा बन चुकी हैं. इसके बाद चालू प्रदर्शन को अंतरराष्ट्रीय समर्थन दिलाने के लिए पिरेई फ़्रांसीसी राष्ट्रपति इमैन्यूएल मैक्रों से मिल चुकी हैं.

मउद गोबा

मउद गोबा , यूके

एलजीबीटीक्यू+ एक्टिविस्ट

मउद गोबा ख़ुद एक शरणार्थी हैं और उन्होंने शरणार्थियों को जोड़ने वाले ज़मीनी संगठनों के साथ लगभग दो दशक काम किया है. अभी वे माइक्रो रेनबो की नेशनल मैनेजर हैं जो एलजीबीटीक्यू+ शरण चाहने वालों और शरण लिये लोगों को सुरक्षिण बसेरा दिलाते हैं. वह उनकी आवास परियोजना की प्रमुख हैं जो बेघरों को रात में सोने के लिए 25 हज़ार बिस्तर उपलब्ध कराती है. वह उन्हें रोज़गार दिलाने के कार्यक्रम में भी शामिल रहती हैं.

हाल ही में गोबा ने एलजीबटीक्यू+ लोगों को जोड़ने की प्रक्रिया का प्रबंध किया है जो अफ़ग़ानिस्तान से ब्रिटेन पहुंची हैं. वह यूके ब्लैक प्राइड की संस्थापकों में शामिल हैं और वर्तमान में उनके बोर्ड ऑफ़ ट्रस्टीज़ की प्रमुख हैं.

लीना अबू अकलेह

लीना अबू अकलेह, फ़लीस्तीनी क्षेत्र

मानवाधिकार कैंपेनर

फ़लीस्तीनी-आर्मेनियॉई मानवाधिकार अधिवक्ता लीना अबू अकलेह उस फ़लीस्तीनी-अमेरिकी पत्रकार शीरीन अबू अकलेह की भतीजी हैं जो अल जज़ीरा की संवाददता थीं और मई में इसराइली सैनिकों द्वारा पश्चिम तट में किए गए हमले को कवर करने के दौरान मारी गयी थीं. इसराइली सेना ने कहा है कि इसकी बहुत संभावना है कि उनके किसी सैनिक ने उन्हें 'ग़लती' से मार दिया हो.

लीना अब अपनी फूफी को इंसाफ़ दिलाने और उनकी हत्या की ज़िम्मेदारी तय करने के अभियान का चेहरा बन चुकी हैं. उन्होंने मानवाधिकारों पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय संबंध में मास्टर डिग्री प्राप्त की है. अपने अभियान के लिए उनका नाम उभरती लीडर के रूप में 2022 के टाइम 100 नेक्स्ट में शामिल किया गया था.

हमें वहां से शुरू करने की ज़रूरत है जहां से मेरी फूफी शीरीन अबू अकलेह विदा हुईं और महिलाओं के संदर्भों को आगे बढ़ाने की ज़रूरत है ताकि हम यह सुनिश्चित कर सकें कि जो कहानी हम पता करते और बताते हैं वह समानता पर आधारित, सत्य और संपूर्ण हो- यह काम महिलाओं के बिना संभव नहीं.

लीना अबू अकलेह


                         जेबीना यासमीन इस्लाम

जेबीना यासमीन इस्लाम , यूके

कैंपेनर

प्राइमरी स्कूल टीचर सबीना निसा, जिनकी सितंबर 2021 में लंदन में हत्या कर दी गयी थी, की बहन जेबीना यास्मीन इस्लाम ब्रिटेन की गली-कूची में महिला सुरक्षा की तेज़ तर्रार समर्थक बनकर उभरी हैं. उन्होंने क़ानून में ऐस बदलाव के लिए अभियान चलाए हैं ताकि प्रतिवादी सुनवाई के लिए अदालत पहुंचे.

अपनी बहन की हत्या के बाद यासमीन ने ब्रितानी सरकार के सहयोग में कमी की यह कहते हुए आलोचना की कि इससे पता चलता है कि मर्दों की हिंसा को कितना कम महत्व दिया जाता है. उन्होंने नस्लीय भेदभाव के बारे में भी आवाज़ बुलंद की. उन्होंने कहा कि अगर उनका परिवार ‘आम ब्रितानी गोरा परिवार’ होता तोा उनसे बेहतर व्यवहार किया जाता. यास्मीन अपनी बहन को ‘ज़बर्दस्त रोल मॉडल’’ बताती हैं जो ‘मज़बूत, निडर और तेज़’ थीं.

धरती पर ख़ुद को सबसे ज़्यादा प्यार कीजिए.

सबीना निसा

सबीना निसा की पत्रिका का संदेश, जिसे उनकी बहन जेबीना

सैंड्या एकनालिगोडा

सैंड्या एकनालिगोडा, श्रीलंका

मानवाधिकार कार्यकर्ता

एक मानवाधिकार कार्यकर्ता और कैंपेनर संध्या एकनालिगोडा उन हजारों माताओं और पत्नियों की मदद कर रही हैं जिन्होंने श्रीलंका के गृहयुद्ध के दौरान अपने प्रियजनों को खो दिया था. उनके पति, एक प्रमुख खोजी पत्रकार और कार्टूनिस्ट प्रजीत एकनालिगोडा जनवरी 2010 में लापता हो गए थे. वह सरकार के कटु आलोचक थे और तमिल टाइगर अलगाववादियों के ख़िलाफ़ हुए कथित दुर्व्यवहार को लेकर खोजबीन कर रहे थे.

उनके लापता होने के बाद से दो बच्चों की मां न्याय की गुहार लगा रही है. उन्होंने श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के समर्थकों पर उनके पति के अपहरण के लिए ज़िम्मेदार होने का आरोप लगाया है जबकि इस मामले में जिन संदिग्धों की पहचान की गई थी, उन सबको बरी कर दिया गया है.

मैं एक ऐसी महिला हूं जो हर अवसर पर दूसरों की ओर से लड़ती है, रचनात्मक तौर पर संघर्ष करती है. समर्पण और बलिदान के माध्यम से अपमान और बदनामी की चुनौतियों को पार करती है.

सैंड्या एकनालिगोडा

गौहर एशग़ी

गौहर एशग़ी, ईरान

सिविल एक्टिविस्ट

गौहर एशग़ी ईरान में धैर्य और दृढ़ता का प्रतीक बन गयी हैं. उनका बेटा सत्तार बेहिश्ती एक ब्लॉगर थे जिनकी एक दशक पहले क़ैद में मौत हो गयी थी. एशग़ी तब से ईरानी अधिकारियों पर प्रताड़ना और हत्या का आरोप लगाते हुए इंसाफ़ के लिए गुहार लगा रही हैं.

वह ईरानी कॉम्प्लेनेंट मदर्स नाम के समूह की सदस्य हैं जो उन मांओं के बच्चों की हत्या के मामले में न्याय की मांग कर रहा है. वो अपने बेटे की मौत के लिए ईरान के सर्वोच्च नेता आयतोल्ला अली ख़ामनेई को व्यक्तिगत तौर पर ज़िम्मदार मानते हुए 2019 में उस पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में शामिल थीं जिसमें उनके इस्तीफ़े की मांग की गयी थी. महसा अमीनी की मौत के बाद इस साल के प्रदर्शनों के दौरान एशग़ी ने प्रदर्शनकारियों के समर्थन में अपना हिजाब हटा दिया था.

गेराल्डिना गुएरा गार्सेज

गेराल्डिना गुएरा गार्सेज, इक्वाडोर

नारीवादी कार्यकर्ता

17 से अधिक वर्षों से महिलाओं के अधिकारों की रक्षक गेराल्डिना गुएरा गार्सेज इक्वाडोर में हिंसा की शिकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए काम करती हैं. जेंडर के चलते महिलाओं की हत्याओं से जुड़ी जानकारियों को सार्वजनिक करने में उन्हें विशेषज्ञता हासिल है.

कार्टोग्राफ़ीज़ ऑफ़ मेमोरी इनिशिएटिव के ज़रिए उन्होंने जेंडर के चलते पीड़ित महिलाओं के जीवन को प्रदर्शित करना शुरू किया है जिससे ना केवल पीड़िता को याद रखना संभव हो पाया बल्कि सांस्कृतिक बदलाव की शुरुआत भी हुई है. गुएरा फेमिनिस्ट एलायंस और लैटिन अमेरिकी नेटवर्क अगेंस्ट जेंडर वॉयलेंस के मामलों को भी ट्रैक करती हैं और उनका नक्शा तैयार करती हैं. वह एल्डिया फाउंडेशन और इक्वाडोर के महिला आश्रय नेटवर्क का भी प्रतिनिधित्व करती हैं.

यदि महिलाओं की हत्या को रोकने के लिए कारगर क़दम नहीं उठाए गए तो किसी की भी प्रगति नहीं होगी. नए क़ानून के प्रभाव में आने के बावजूद, हम अभी भी मारे जा रहे हैं और इसे बदलना होगा.

गेराल्डिना गुएरा गार्सेज

संजीदा इस्लाम चोया

संजीदा इस्लाम चोया, बांग्लादेश

छात्रा

बांग्लादेश दुनिया भर में सबसे अधिक बाल विवाह दर वाले देशों में शामिल है लेकिन संजीदा इस्लाम चोया कोशिश कर रही हैं कि इसमें बदलाव आए. उनकी अपनी मां की भी काफ़ी कम उम्र में शादी हुई थी लेकिन संजीदा अपने स्कूल में दिए गए एक प्रेजेंटेशन से प्रेरित हुईं जो बाल विवाह के दुष्प्रभावों पर थी और फिर उन्होंने इसके लिए काम करने की ठान ली.

वह और उनके दोस्त, शिक्षक और उनके साथ सहयोग करने वाले ख़ुद को 'घाशफोरिंग' (टिड्डी दल) कहते हैं और बाल विवाह के मामलों को पुलिस तक पहुंचाते हैं. अब विश्वविद्यालय में पढ़ रही चोया का 'घाशफोरिंग' के साथ काम रुका नहीं है और वह समूह में आए नए सदस्यों को राह दिखाती हैं. बताया जाता है कि अब तक उन्होंने 50 बाल विवाहों को रोका है.

एफ़रत तिल्मा

एफ़रत तिल्मा, इसराइल

वॉलिंटियर

इसराइली पुलिस की पहले ट्रांसजेंडर स्वंयसेवी के तौर पर आन्दोलनकारी एफ़रत तिल्मा पुलिस बल और एलजीबीटीक्य+ समुदाय के बीच संबध को बेहतर करने के लिए काम करती हैं और इमर्जेंसी फ़ोन कॉल का का जवाब देती हैं. तिल्मा परिवार द्वारा ठुकराये जाने और पुलिस प्रताड़ना के बाद किशोरावस्था में इसराइल से भागकर यूरोप पहुंच गयी थीं. उन्होंने 1969 में कासाब्लांका में लिंग पुनर्नियोजन सर्जरी करायी, उस समय यूरोप में यह काम आमतौर पर प्रतिबंधित था.

बाद में वह बर्लिन में फ्लाइट अटेंडेंट बनीं और शादी कर ली. वह तलाक़ के बाद जब 2005 में इसराइल लौटीं तो उन्हें यौन अल्पसंख्यकों के लिए यह जगह बेहतर लगी जिससे वह पुलिस के साथ स्वयंसेवी बनकर काम करने को तैयार हो गयीं.

एलिस पताशो

एलिस पताशो, ब्राज़ील

स्वदेशी कार्यकर्ता

जलवायु कैंपेनर, पत्रकार और इंफ़्लुएंसर एलिस पताशो इस बारे में जागरुकता फैलाना चाहते हैं कि ब्राज़ील सरकार की हाल की पर्यावरण और कृषि नीतियां कैसे देशज भूमि अधिकारों के लिए ख़तरा हैं. पताशो समुदाय के लोगों लिए आवाज़ बनकर वह देशज समुदायों के बारे में औपनिवेशिक दृष्टि को चुनौती देना चाहती हैं और पर्यावरण कार्यकर्ताओं की हत्याओं को सामने लाना चाहती हैं.

वह कोलाबोरा समूह की पत्रकार हैं और अपने यूट्यूब चैनल नूहे के लिए कंटेंट तैयार करती हैं. नूहे शब्द ब्राज़ील के देशज लोगों के जीवट को बताता है.

Malala Yousafzai

100 वीमेन 2021 में शामिल शिक्षा कार्यकर्ता मलाला यूसुफ़ज़ई की ओर से नामांकित

मुझे एलिस पताशो को बीबीसी 100 वीमेन लिस्ट में नामित करते हुए बहुत गर्व हो रहा है. जलवायु संबंधी गतिविधियों, स्त्री- पुरुष समानता, और देशजों के अधिकार के लिए एलिस के दृढ़ संकल्प से मुझे उम्मीद बंधती है कि एक टिकाउ और अधिक समानता वाली दुनिया हमारी पहुंच में है.

तमन्ना ज़रयाब पारयानी

तमन्ना ज़रयाब पारयानी, अफ़ग़ानिस्तान

सामाजिक कार्यकर्ता

शिक्षा और काम के अधिकार के लिए जनवरी में आयोजित एक रैली में भाग लेने के कुछ ही दिनों बाद तमन्ना ज़रयाब पारयानी और उनकी बहनों को हथियारबंद मर्दों द्वारा ज़बर्दस्ती ले जाते हुए देखा गया. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस घटना की निंदा और उन बहनों को छोड़ने की अपील के बीच तालिबान ने इसमें अपनी संलिप्तता से इंकार किया.

उन्होंने इस गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ अपना बयान फ़िल्माने और इसे ऑनलाइन पोस्ट करने में किसी तरह कामयाबी हासिल की. पारयानी के वायरल वीडियो ने ग़ायब होतीं महिला कार्यकर्ताओं की ओर ध्यान खींचा. तीन हफ़्ते क़ब्ज़े में रहने के बाद उन्हें रिहा किया गया. वे अब जर्मनी में रहती हैं और ईरान की महिलाओं के समर्थन में उन्होंने अपना हिजाब जलाया है. उनके इस क़दम को कई अफ़ग़ान महिलाएं विवादास्पद मानती हैं.

एक और दुनिया की महिलाएं प्रगति कर रही हैं तो दूसरी ओर अफ़ग़ानिस्तान की औरतों को बीस साल पीछे धकेल दिया गया है. महिलाओं की 20 साल की उपलब्धियों को उनसे छीन लिया गया है.

तमन्ना ज़रयाब पारयानी

वेलमारीरी बम्बारी

वेलमारीरी बम्बारी, इंडोनेशिया

सामाजिक कार्यकर्ता

इंडोनेशिया के दूर-दराज के इलाके में काम करने वाली वेलमारीरी बम्बारी मध्य सुलावेसी में यौन हिंसा के शिकार लोगों के लिए काम कर रही हैं. उन्होंने स्थानीय परिषद के सदस्यों को पारंपरिक कायदे को ख़त्म करते हुए यौन शोषण का शिकार हुए लोगों पर जुर्माना न लगाने के लिये राजी किया है.

पारंपरिक क़ानून के अनुसार, "गांव को धोकर साफ़ करने" का दंड यह स्पष्ट करता है कि जिन अपराधियों के बारे में माना जाता है कि उन्होंने पारंपरिक मूल्यों को प्रदूषित किया है, उन्हें जुर्माना भरना चाहिए. यह नियम पीड़ितों पर भी लागू होता है. अपने अभियान के कारण, जब भी यौन हिंसा की कोई शिकायत मिलती है तो पुलिस प्राय: सबसे पहले बाम्बरी से ही संपर्क करती है. इस साल उनके समक्ष अनेक ऐसे मामले आए हैं.

भले ही मैं शारीरिक रूप से अक्षम हूं, लेकिन मैं अपनी ऊर्जा को अपने आस पास की महिलाओं को सशक्त बनाने में समर्पित करना चाहती हूं ताकि वे वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बन सकें.

वेलमारीरी बम्बारी

टेराना बर्क़

टेराना बर्क़, अमेरिका

एक्टिविस्ट

हैशटैग #MeToo पांच साल पहले उस समय वायरल हुआ था जब लाखों लोगों ने दुनिया भर से यौन उत्पीड़न के अपने अनुभव साझा किए थे. लेकिन यह अभियान शुरू किया था यौन उत्पीड़न से उबरने वाली और एक्टिविस्ट टेरेना बर्क ने. उन्होंने 2006 में इस हैशटैग का नामकरण किया ताकि महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा और उनके उत्पीड़न के बारे में जागरूकता फैलाई जाए.

जब 2017 में अभिनेत्री अलीसा मिलानो के एक ट्वीट से #MeToo तेज़ी से फैला तो इससे यह वैश्विक बहस शुरू हुई कि महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार होता है. इससे यौन उत्पीड़न के बाद उबर रही महिलाओं को एक मज़बूत आवाज़ भी मिली. बर्क उत्पीड़न झेलकर जीवन बिता रही महिलाओं के लिए कृत संकल्प हैं और सांस्कृतिक व संरचनात्मक बदलाव के लिए काम कर रही हैं.

ऑलेक्ज़ेंड्रा मत्वीचुक

ऑलेक्ज़ेंड्रा मत्वीचुक, यूक्रेन

मानवाधिकार वकील

ऑलेक्ज़ेंड्रा मत्वीचुक 15 साल से सेंटर फ़ॉर सिविल लिबर्टीज़ (सीसीएल) का नेतृत्व कर रही हैं. इस संगठन को यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूसी युद्ध अपराधों के दस्तावेज़ीकरण के लिए संयुक्त रूप से 2022 का नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया है.

सीसीएल मानवाधिकारों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 1960 के यूक्रेनी असंतुष्टों की विरासत को आगे बढ़ा रहा है. यह 2014 में युद्ध अपराधों का दस्तावेज़ीकरण करने के लिये क्रीमिया, लुहांस्क और डोनेट्स्क जाने वाला पहला मानवाधिकार संगठन था. अब यह संगठन रूस द्वारा चेचन्या, मोल्दोवा, जॉर्जिया, सीरिया, माली और यूक्रेन में किए गए मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन की जांच के लिये एक अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के गठन की मांग कर रहा है.

बहादुरी का कोई जेंडर नहीं होता.

ऑलेक्ज़ेंड्रा मत्वीचुक

बाल कटाती महिला

बाल कटाती महिला, ईरान

प्रदर्शनकारी

इस साल में ईरान में 22 साल की कुर्द महिला महसा अमीनी की 13 सिंतबर को मौत के बाद के बाद व्यापक प्रदर्शन शुरू हुए थे. उन्हें हिजाब से अपने बाल ढंकने के ईरान के सख़्त नियम को तेहरान में कथित तौर पर तोड़ने के आरोप में मोरैलिटी पुलिस द्वारा गिरफ़्तार किया गया था.

इस साल हम उन महिलाओं की भूमिका को दर्ज करना चाहते थे जिन्होंने अपनी आज़ादी के हक़ में और अनिवार्य हिजाब के ख़िलाफ़ प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था.

बाल कटवाना इस आंदोलन का एक प्रतीक बन गया है जो पूरी दुनिया की मशहूर हस्तियों, राजनेताओं और अभियानियों तक पहुंच चुका है. ईरान में कुछ समुदाय इसे शोक मनाने का तरीक़ा मानते हैं.

हादीजातौ मानी

हादीजातौ मानी, नाइजर

दास प्रथा उन्मूलन कैंपेनर

बारह साली की उम्र में 'पांचवीं बीवी' बनने के लिए बेची गईं हादीजातौ मानी को वहाया प्रचलन के तहत दासी बनाया गया था. इस प्रचलन में कोई रईस आदमी अपनी चार वैध बीवियों की सेवा के लिए एक अनौपचारिक बीवी रखता है. 2005 में क़ानूनी तौर पर मुक्त कराए जाने के बाद मानी ने दोबारा शादी की लेकिन उनके पुराने मालिक ने उन पर द्विविवाह या दो पति रखने का आरोप लगाकर उन पर केस कर दिया. उन्हें दोषी घोषित किया गया और छह माह कैद की सज़ा सुनाई गई.

मानी ने इस सज़ा को नाइजर के सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जिसने 2019 में उन्हें मुजरिम बताने वाले फ़ैसले को उलट दिया और इसके नतीजे में वहाया प्रचलन पर पाबंदी लगा दी. वह अब एक ग़ुलामी विरोधी वकील हैं और अपने मंच से दूसरी महिलाओं को दासता से मुक्ति दिलाती हैं.

नर्गिस मोहम्मदी

नर्गिस मोहम्मदी, ईरान

मानवाधिकार कैंपेनर

पत्रकार और नोबेल पुरस्कार विजेता नर्गिस मोहम्मदी ईरान में डिफ़ेंडर्स ऑफ़ ह्यूमन राइट्स सेंटर की उपाध्यक्ष हैं जिन्होंने मृत्यु दंड की समाप्ति के लिए अनथक प्रयास किए हैं. ईरान के सबसे हाल के प्रदर्शनों के दौरान उन्होंने एविन जेल से एक पत्र लिखकर संयुक्त राष्ट्र संघ से कहा कि वह ईरान सरकार को प्रदर्शनकारियों को मौत की सज़ा सुनाने से रोके.

मोहम्मदी को 2010 में 11 साल जेल की सज़ा सुनायी गई थी- जिसे ज़मानत पर रहते हुए दिये गये उनके एक भाषण के बाद बढ़ाकर 16 साल कर दिया गया था जिसमें उन्होंने एविन जेल के क़ैदियों से होने वाले व्यवहार की आलोचना की थी. उनकी डॉक्यूमेंट्री ‘व्हाइट टॉर्चर’ 16 पूर्व कै़दियों से बातचीत पर आधारित है जिन्हें सबसे अलग कर और अकेले रखा गया था. उनके दो बच्चे उनके शौहर राजनीतिक एक्टिविस्ट ताग़ी रहमानी के साथ निर्वासन में रहते हैं.

लायली

लायली, ईरान

प्रदर्शनकारी

ईरान के वर्तमान प्रदर्शनों की एक यादगार तस्वीर अपने बालों की पोनीटेल बनाती हुई उस महिला की थी जो गलियों में प्रदर्शन जारी रखने की तैयारी कर रही थी. यह तस्वीर उसके चेहरे के पीछे से ली गयी थी. उनकी तस्वीर प्रदर्शनकारियों के साहस का प्रतीक बन गयी लेकिन ग़लती से उनकी पहचान हदीस नजफ़ी के रूप में हो गयी थी. नजफ़ी वह महिला हैं जिनकी अभी जारी विरोध-प्रदर्शन के दौरान मौत हो गयी थी.

बीबीसी फ़ारसी से बात करते हुए लयली जोकि उनका असली नाम नहीं है, ने कहा, “हदीस नजफ़ी और महसा अमीनी जैसी महिलाओं के लिए लड़ें.” उन्होंने कहा, “ईरानी हुकूमत की मौत की धमकी से हम नहीं डरते. हमें ईरान की आज़ादी की पूरी उम्मीद है.”

ज़ाऊ शिओशुआं

ज़ाऊ शिओशुआं, चीन

नारीवादी कार्यकर्ता

चीन में 'मी टू' आंदोलन का चेहरा बनने वाली ज़ाऊ शिओशुआं के मामले मामले पर चीन की नारीवादियों और दुनिया भर के लोगों की नज़र रही है. सन 2018 में उन्होंने सरकारी प्रसारक सीसीटीवी के नामी प्रस्तोता झू जून पर 2014 में इंटर्नशिप के दौरान ग़लत नीयत से पकड़ने और ज़बर्दस्ती चूमने का मुक़दमा किया. झू ने इन आरोपों से इनकार किया और अपनी मानहानि का मुक़दमा कर दिया.

ज़ाऊ के मामले को अपर्याप्त साक्ष्य का हवाला देते हुए ख़ारिज कर दिया गया और इस साल उनकी अपील को भी ठुकरा दिया गया जिसे कुछ विदेशी मीडिया ने चीन में 'मी टू' आंदोलन के लिए एक गहरा धक्का बताया है. ज़ाऊ शिओशुआं अब उन महिलाओं की सहायता में लगी रहती हैं जिन्हें यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. वह चीन में नारी अधिकारों के मुद्दे को भी सामने लाती रहती हैं.

यूलिया साचुक

यूलिया साचुक, यूक्रेन

विकलांग अधिकार नेता

यूक्रेन की मानवाधिकार कार्यकर्ता यूलिया साचुक 'फाइट फॉर राइट' की प्रमुख हैं, यह विकलांग महिलाओं के नेतृत्व वाली संस्था है. उन्होंने रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के समय एक आपातकालीन पहल शुरू की, और यूक्रेन के हज़ारों विकलांगों का जीवन बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ समन्वय स्थापित कर उनके निकास की योजना के लिए दिन रात काम किया.

साचुक विकलांग लड़कियों और महिलाओं को निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेने के लिये सशक्त बनाने को लेकर अत्यंत उत्साही हैं. वह ओबामा फाउंडेशन के लीडर यूरोप कार्यक्रम में भाग लेती हैं, वह राष्ट्रीय मानवाधिकार पुरस्कार 2020 की विजेता थी, और विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र समिति में यूक्रेन की प्रतिनिधि हैं.

सुवादा सेलिमोविच

सुवादा सेलिमोविच, बोस्निया और हर्ज़ेगोविना

पीस कैंपेनर

बोस्निया-हर्ज़ेगोविना को युद्ध की विभीषिका झेले हुए 30 साल बीत चुके हैं और वहां सुवादा सेलिमोविच अब एक गांव में रहती हैं जिसे उन्होंने उन विस्थापित महिलाओं के साथ मिलकर दोबारा बनाया-बसाया है जो अपने घरों को लौटी हैं. विधवा सेलिमोविच के छोटे बच्चे हैं. उन्होंने 'एनिमा' नाम के एक संगठन की स्थापना की है जो शांति स्थापना और महिला सशक्तिकरण के लिए काम करता है.

सन 2008 में एक सामूहिक कब्र में जब उनके पति के अवशेष मिले तो उन्होंने युद्ध न्यायालय में इस बारे में अपनी गवाही दी और दूसरी महिलाओं को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित किया. आज 'एनिमा' जंग के सदमे से गुज़र रहीं महिलाओं के लिए कार्यशालाएं आयोजित करता है और उनके द्वारा निर्मित सामान की बिक्री के लिए अवसर उपलब्ध कराता है.

गेहाद हाम्दी

गेहाद हाम्दी, मिस्र

डेंटिस्ट एवं मानवतावादी

डेंटिस्ट गेहाद हाम्दी ’स्पीक अप’ नाम की मिस्र की उस पहल की संस्थापक और प्रबंधक हैं जो अपने सोशल मीडिया मंच का इस्तेमाल महिलओं पर हिंसा और लैंगिक प्रताड़ना करने वालों को बेनक़ाब करने में करती है. 2022 में पूरे मिस्र में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध का एक सिलसिला रहा है जिससे यह मुद्दा चर्चा में आया है.

यह संगठन महिलाओं को प्रताड़ना के बारे में मुंह खोलने के लिए प्रोत्साहित करता है और अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए दबाव डालने के साथ-साथ उन्हें क़ानूनी और भावनात्मक सहायता देता है. हाम्दी के अभियान को कई अवसरों पर सम्मान दिया गया जिसमें वल्र्ड जस्टिस फ़ोरम 2022 में मिला समान अधिकार और भेदभाव विरोधी अवार्ड भी शामिल है.

अभी लंबा सफ़र तय करना है; अभी मंज़िल हमसे बहुत दूर है. सच्चाई यह है कि हमने तो बस शुरू किया है.

गेहाद हाम्दी

स्वास्थ्य एवं विज्ञान

जूडी किहुंबा

जूडी किहुंबा , कीनिया

साइन लैंग्वेज इंटरप्रेटर

जूडी किहुंबा ने मातृ मानसिक स्वाथ्य और बधिर माओं के कल्याण की समर्थक के तौर पर स्वास्थ्य सेवा संबंधी जानकारी सभी महिलाओं तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है. उन्होंने यह काम तब शुरू किया जब उन्हें यह पता लगा कि कीनिया के कुछ अस्पतालों में संकेत भाषा समझाने के लिए कोई नहीं है.

वे टाॅकिंग हैंड्स, लिसेनिंग आइज़ ऑन पोस्टपार्टम डिप्रेशन (टीएचएलईपी) या 'प्रसव बाद तनाव पर बोलते हाथ, सुनती आंखें' की संस्थापक हैं. वे मां बनने जा रही सुनने संबंधी समस्याओं वाली महिलाओं की मदद करती हैं. किहुंबा ने यह संगठन 2019 में खुद प्रसव बाद मानसिक तनाव झेलने के बाद बनाया. इस साल उन्होंने पहला ग्रुप बेबी शाॅअर आयोजित किया जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों और सलाहकारों के साथ कुल मिलाकर 78 बधिर माएं शमिल हुईं.

सिरिशा बांदला

सिरिशा बांदला , भारत

एयनॉटिकल इंजीनियर

सिरिशा बंदला ऐतिहासिक 2021 यूनिटी 22 मिशन के हिस्से के रूप में वर्जिन गैलेक्टिक की पहली पूरी तरह से चालक दल वाली सब-ऑर्बिटल स्पेसफ्लाइट में अंतरिक्ष के छोर तक हो आईं - जिससे वह अंतरिक्ष में जाने वाली भारत में जन्मीं दूसरी महिला बन गयीं.

बंदला की कम उम्र में ही अंतरिक्ष में रुचि विकसित हो गयी थी. उन्होंने अमेरिका में एयरनॉटिकल इंजीनियरिंग का अध्ययन किया. वह अब वर्जिन गैलेक्टिक में सरकारी मामलों और अनुसंधान संचालन की उपाध्यक्ष हैं, जिसमें उनके कार्यों में वीजी के अंतरिक्ष यान पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगों के बारे में अनुसंधानकर्ताओं के साथ काम करना शामिल है.

Sunny Leone

2016 की विनर अभिनेत्री सन्नी लियोनी की ओर से नामांकित

एक पुरुष-प्रधान उद्योग में, सिर्फ़ अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के आधार पर आगे बढ़ने और सफलता पाने के कारण सिरिशा न सिर्फ़ मेरे लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं बल्कि समान सपने देखने वाली सभी युवा लड़कियों के लिये भी वह एक प्रेरणा हैं.

एरिका लिरियानो

एरिका लिरियानो , डोमिनिक रिपब्लिक

कोको उद्यमी

एरिका लिरियानो डोमिनिक रिपब्लिक में कोको सप्लाई चेन को नयी दिशा देने के मक़सद के साथ एक लाभ साझा करने वाला निर्यात स्टार्टअप चलाती हैं. लिरियानो ने कोको का उत्पादन और वितरण अधिक साफ़-सुथरा और टिकाऊ बनाने के मक़सद से अपनी बहन जैनेट के साथ आईएनएआरयू नाम का स्टार्टअप शुरू किया. इस साल उनके स्टार्ट अप को सीड फ़ंडिंग यानी शुरुआती पूंजी मिली.

ऐतिहासिक रूप से कोको उद्योग छोटे किसानों के लिए शोषणकारी रहा है लेकिन उनकी कंपनी यह सुनिश्चित करती है कि डोमिनिक रिपब्लिक के उत्पादकों को वाजिब मेहनताना मिले. डोमिनिक रिपब्लिक के किसानों और उद्यमियों के परिवारा से संबंध रखने वाली दोनों बहनों का जन्म न्यूयॉर्क में हुआ था. वे अब देश भर में महिलाओं द्वारा संचालित फार्मों, कोऑपरेटिव्स और सप्लायर्स के साथ मिलकर काम करती हैं.

अपनी राह ख़ुद तय करने का अधिकार एक ऐसी चीज़ है जो हर इंसान को रखने का हक़ है, और इसमें महिला का वह अधिकार भी शामिल है कि वह अपने लिए किस तरह का जीवन चाहती है.

एरिका लिरियानो

आये नयेन थू

आये नयेन थू, म्यांमार

मेडिकल डॉक्टर

आये नयेन थू म्यांमार के संकटग्रस्त क्षेत्रों में एक अग्रणी स्वयंसेवक हैं, जो दूरस्थ और ग़रीब चिन राज्य पर अपना ध्यान केंद्रित करती हैं. उन्होंने नवंबर 2021 में एक छोटे से ऑपरेशन थियेटर के साथ एक अस्थायी अस्पताल बनाया और तब से वह बीमार और घायल लोगों का इलाज कर रही हैं.

अपने खाली समय में वह ऐसे क्षेत्रों की यात्रा करती हैं जहां चिकित्सा उपचार आसानी से उपलबध नहीं है और वहां आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों सहित स्थानीय मरीजों का इलाज करती हैं. अपने काम के दौरान, उन पर म्यांमार सेना ने 'हिंसा भड़काने' का आरोप लगाया है, उन पर पीपुल्स डिफ़ेंस फोर्सेज़ नाम के सरकार विरोधी स्थानीय मिलिशिया समूहों का समर्थन करने का आरोप है.

इफ़िएओमा ओज़ोमा

इफ़िएओमा ओज़ोमा, अमेरिका

पब्लिक पॉलिसी एंड टेक स्पेशलिस्ट

अपने पूर्व नियोक्ता पिंटरेसट पर स्त्री-पुरुष और नस्लीय भेदभाव का आरोप लगाने के लिए अपने एनडीए यानी नन-डिज़्क्लोज़र एग्रीमेंट का उल्लंघन करने के बाद इफ़िएओमा ओज़ोमा ने कार्यस्थल पर दुर्व्यवहार से निपटने में कर्मचारियों की मदद के लिए पक्का इरादा कर रखा है. वह ’साइलेंस्ड नो मोर ऐक्ट’ की सह-प्रायोजक हैं जो कैलिफ़ोर्निया में हर कर्मी को एनडीए पर हस्ताक्षर के बावजूद भेदभाव या प्रताड़ना की सूचना साझा करने की अनुमति देता है. ओज़ोमा के आरोपों के बाद पिंस्टर ने कार्यस्थल समीक्षा करायी और यह कहा कि वह इस क़ानून का समर्थन करता है.

ओज़ोमा ने 'द टेक वर्कर हैंडबुक' भी तैयार की जो कर्मियों को मुंह खोलने में मदद के लिए संसाधनों का संकलन है. उन्होंने 'अर्थसीड' की स्थापना की जो टेक इंडस्ट्री के संगठनों को समानता के विषय पर सलाह देता है.

सैंडी काबरेरा अर्टेगा

सैंडी काबरेरा अर्टेगा, होंडूरास

प्रजनन अधिकारों की कार्यकर्ता

दर्शनशास्त्र की छात्र, लेखिका और नारीवादी कार्यकर्ता सैंडी कैबरेरा अर्टिएगा यौन और प्रजनन अधिकारों से जुड़ीं कार्यकर्ता हैं. वह मॉर्निंग-आफ्टर पिल के बारे में वर्कशॉप में लोगों को जानकारी देती हैं और इस मुद्दे पर काम करने वाले समूह हेबलेमोज लो क्यू एज की प्रवक्ता है. यह समूह आपातकालीन गर्भनिरोध के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए शैक्षिक अभियान और डिज़िटल प्लेटफ़ॉर्म चलाता है.

वह यूथ एक्शन के लिए भी काम करती हैं जो युवा लोगों के मानवीय, यौन और प्रजनन अधिकारों पर काम करता है. वह होंडुरन सांकेतिक भाषा में धाराप्रवाह अंदाज़ में संवाद करने में सक्षम हैं. एक बहरी माँ की इकलौती बेटी के रूप में, उन्हें अपनी समावेशी और देखभाल करने वाली परवरिश पर गर्व है.

असोनील कोटू

असोनील कोटू, साउथ अफ़्रीका

टेक उद्यमी

जब असोनील कोटू को ख़ुद अपना गर्भनिरोधक इंप्लांट हटाने की ज़रूरत पड़ी तो उन्हें कहीं से मदद नहीं मिली. इससे उनके दिमाग़ में अपने बिज़नेस का ख़्याल आया और उन्होंने फेम’कनेक्ट नाम का स्टार्टअप बनाया जो ग़रीबी के कारण होने वाली मासिक धर्म संबंधी परेशानियों और किशोरावस्था में गर्भधारण की समस्या को कम करने के तकनीकी हल प्रदान करता है.

यह मंच उपयोगकर्ताओं को किसी रूढ़ि या भेदभाव के बिना सेक्स और जनन संबंधी टेलीमेडिसीन की सुवधिा देता है. यह ठीक उसी तरह महिलाओं के स्वच्छता सामान और गर्भनिरोधक उपलब्ध कराता है जैस आप ऑनलाइन ऑर्डर कर भोजन प्राप्त करते हैं. कोटू मासिक संबंधी संसाधन का अभाव दूर करने और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए जी जान से लगी रहती हैं, ख़ासकर जिन युवाओं को ख़तरे का सामना होता है, जो हाशिए पर हैं और वंचित समुदायों के हैं.

युवा लोगों का यह संकल्प देखना बहुत सुखद रहा जो समस्याओं का हल निकालने के लिए है ताकि अगली पीढ़ी को उन संघर्षों से बचाया जा सके जिनका सामना हमारे माता-पिता को करना पड़ा था

असोनील कोटू

ईरीना कोन्द्रातोवा

ईरीना कोन्द्रातोवा, यूक्रेन

बाल चिकित्सक

डॉक्टर ईरीना कोन्द्रातोवा और उनकी टीम भारी बमबारी झेलने के बावजूद ख़ारकीव रीजनल पेरिनेटल सेंटर में गर्भवती महिलाओं, नवजातों और माओं को बिना थके सेवा दे रही हैं. उन्होंने हॉस्पिटल के बेसमेंट में लेबर वार्ड बनाया और अपनी जान जोख़िम में डालकर उन बच्चों की गहन चिकित्सा जारी रखी जिन्हें वहां से हटाया नहीं जा सकता था हालांकि उस समय हवाई हमले के सायरन भी बजते थे.

इस केंद्र की प्रमुख के रूप में डॉक्टर कोन्द्रातोवा ने मार्च में डेविड बैकहम के इंस्टाग्राम पेज पर जाकर उन चुनौतियों को उजागर किया जिनका उन्हें सामना था. उनकी टीम ने 2014 से लुहांस्क और दोनेत्स्क में 3000 से अधिक महिलाओं को चिकित्सकीय और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान की है.

हमारे घर, सड़कें, बिजली केंद्र, अस्पताल और हमारी ज़िंदगियां तबाह हो चुकी हैं. लेकिन हमारे सपने, हमारी उम्मीदें, और हमारा विश्वास ज़िंदा है और पहले से कहीं मज़बूत है.

ईरीना कोन्द्रातोवा

मेरी क्रिस्टीना कोलो

मेरी क्रिस्टीना कोलो, मेडागास्कर

क्लाइमेट आंत्रप्नोयर

हरित सामाजिक उद्यमी और इकोफ़ेमिनिस्ट यानी पर्यावरण व महिला अधिकारवादी मारी क्रिस्टीना मैडागास्कर के सीओपी27 के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल की सदस्य थीं. वे जलवायु परिवर्तन से जुड़े मानवाधिकारों और जेंडर पहलुओं पर काम करती हैं. उनका देश लगातार सुखाड़ झेलता है जिससे लाखों के लिए भोजन प्राप्त करना एक चुनौती बन जाती है. संयुक्त राष्ट्र ने इसे पहला जलवायु परिवर्तन जनित अकाल घोषित किया है.

कोलो पीपुल पाॅअर इन्क्लूज़न नामी एनजीओ की क्षेत्रीय निदेशक हैं जिसका उद्देश्य हरित अर्थव्यवस्था से ग़रीबी का सामना करना है. उनका सामाजिक उद्यम ग्रीन’एन’कूल जलवायु न्याय का एक प्रमुख राष्ट्रीय मंच है. जेंडर आधारित हिंसा झेलकर उबरने वाली कोलो ने ’वीमन ब्रेक द सायलेंस’ या ’चुप्पी तोड़ो’ महिलाओं’ आंदोलन चलाया है जो रेप कल्चर के खि़लाफ़ संघर्ष करता है.

हम नहीं चाहते कि हमें जलवायु परिवर्तन, पितृसत्ता और हिंसा के बेचारे भुक्तभोगी के तौर पर ही देखा जाए. मैं जब यह देखती हूं कि हम महिलाएं सभी कठिनाइयों के बावजूद जीवट का परिचय देती हैं तो बहुत उम्मीद बंधती है और गर्व होता है.

मेरी क्रिस्टीना कोलो

डिलेक गूर्सोय

डिलेक गूर्सोय, जर्मनी

हर्ट सर्जन

तुर्की के शरणार्थी मां-बाप से जर्मनी में जन्मीं डॉ. डिलेक गूर्सोय एक मशहूर हर्ट सर्जन और कृत्रिम हृदय की विशेषज्ञ हैं. उन्हें यूरोप में कृत्रिम हृदय लगाने वाली पहली महिला सर्जन होने के नाते प्रशंसा के साथ फ़ोर्ब्स पत्रिका ने अपने कवर पेज पर जगह दी थी.

वे एक दशक से कृत्रिम हृदय के शोध का नेतृत्व कर रही हैं. उन्होंने महिला शरीर रचना पर विशेष ध्यान रखते हुए अंग दान की कम संख्या के मद्देनज़र हर्ट ट्रांसप्लांट की वैकल्पिक विधि विकसित करने पर पर काम किया है.

वेगाहटा गेबरेयोहानेस अबीरा

वेगाहटा गेबरेयोहानेस अबीरा , टिग्रे, इथियोपिया

मानवतावादी एड वर्कर

मानव राहत कार्यकर्ता वेगाहटा गेबरेयोहानेस अबीरा एक स्वयंसेवी संगठन 'हड्रिना' की संस्थापक हैं जिसका उद्देश्य टिग्रे में युद्ध से पैदा हुई कुपोषण की समस्या को हल करना है. 'हड्रिना' युद्ध प्रभावित महिलाओं और बच्चों के लिए कई प्रोजेक्ट पर काम करता है जिसमें आंतरिक रूप से विस्थापित (आईडीपी) लोगों के कैंप में बच्चों को दूध पिलाने की व्यवस्था और शहरी बाग़बानी भी शामिल है. यह संगठन संघर्ष में यौन हिंसा से उबर रहीं और युद्ध से पैदा ग़रीबी के कारण पेशेवर यौन कर्मी बनने को मजबूर हुईं महिलाओं के लिए सशक्तिकरण कार्यक्रम भी चलाता है.

यह संगठन संघर्ष वाले क्षेत्र में यौन हिंसा की पीड़ित और युद्ध के चलते ग़रीब हो कर सेक्स वर्क में आयी महिलाओं के लिए एक सशक्तिकरण परियोजना भी चलाता है.

यूलीआ पाइव्स्का

यूलीआ पाइव्स्का, यूक्रेन

पैरामेडिक

यूलीआ पाइव्स्का पुरस्कृत यूक्रेनी नागरिक पैरामेडिकल और ताइरा ऐंजल्स की संस्थापक है. ताइरा ऐंजल्स एक स्वयंसेवी मेडिकल इकाई है जिसके नाम सैंकड़ों घायल नागरिकों को और सैन्य कर्मियों को बचाने की उपलब्धि है. यूलीआ पाइव्स्का को अधिकतर लोग ताइरा के नाम से जानते हैं. मार्च महीने में उन्हें रूसी सैनिकों ने मारिउपोल में नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के दौरान पकड़ लिया था.

वे युद्घ से घिरे शहर में अपनी टीम के काम को क़ैद करने के लिए शरीर में लगे कैमरे का इस्तेमाल करती रही थीं और फ़ुटेज मीडिया को देती थीं. तीन महीने बाद रिहा होने के बाद पाइव्स्का ने क़ैद में रहते हुए उन कठोर परिस्थितियों और दर्दनाक व्यवहार के बारे में बताया जिनका उन्हें सामना करना पड़ा था. उन्होंने अपनी क़ैद को नरक बताया था.

समरावित फ़िक्रू

समरावित फ़िक्रू, इथियोपिया

टेक उद्यमी

प्रोग्रामर समरावित फ़िक्रू ने 17 साल की उम्र तक कंप्यूटर का इस्तेमाल कभी नहीं किया था लेकिन वे इथियोपिया का टैक्सी ऐप 'राइड' तैयार करने में शामिल कंपनी हाइब्रिड डिज़ाइंस की सह संस्थापक हैं.

काम ख़त्म होने के बाद टैक्सी लेने में असुरक्षा महसूस होने और ड्राइवरों से किराए के लिए मोलभाव की किचकिच से उन्हें यह ऐप बनाने का ख़्याल आया जो उन्होंने 2000 अमेरिकी डॉलर से भी कम की लागत से शुरू कर लिया. उनकी कंपनी अब अधिकतर महिला कर्मचारी नियुक्त करती है. इथियोपिया की टेक इंडस्ट्री में बहुत कम महिलाएं हैं और फ़िक्रू युवा महिला उद्यमियों की अगली पीढ़ी को प्रेरित करना चाहती हैं.

महिलाओं के स्वामित्व वाले व्यापारियों की संख्या बढ़ रही है; अब हमें अधिक से अधिक युवा लड़कियों को वित्तीय सेवाएं देने की ज़रूरत है ताकि वे अपने विचारों पर काम कर सकें.

समरावित फ़िक्रू

नीलोफ़र बयानी

नीलोफ़र बयानी, ईरान

इकॉलॉजिस्ट

संरक्षणवादी नीलोफ़र बयानी उन कई पर्यावरणविदों में से एक थीं जिन्हें लुप्तप्राय प्रजातियों को ट्रैक करने के लिए कैमरों का उपयोग करने के चलते 2018 में ईरान में हिरासत में लिया गया था. उन पर रणनीतिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों के बारे में वर्गीकृत जानकारी एकत्र करने का आरोप लगा और बयानी को दस साल की जेल की सजा सुनाई गई थी.

बयानी एशियाई चीता और अन्य प्रजातियों के संरक्षण के लिए काम करने वाली फारसी वन्यजीव विरासत फाउंडेशन की कार्यक्रम प्रबंधक थीं. बीबीसी फ़ारसी द्वारा प्राप्त एक दस्तावेज़ में, उन्होंने दावा किया था कम से कम 1200 घंटों तक ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के जवानों ने उनको सबसे ख़तरनाक मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक यातनाएं दीं और यौन उत्पीड़न की धमकी भी दी थी. हालांकि ईरानी अधिकारी इन आरोपों से इनकार किया है.

विक्टोरिया बैपटिस्ट

विक्टोरिया बैपटिस्ट, अमेरिका

नर्स एवं वैक्सीन एजुकेटर

अमेरिका के मैरीलैंड प्रांत में नर्स विक्टोरिया बैपटिस्ट आम लोगों को टीकों के बारे में बताती हैं. वह इस बात का समझती हैं किन कारणों से अश्वेत समुदाय ऐसे मेडिकल उपायों पर शक करता है. बैपटिस्ट हेनरीटा लैक्स की वंशज हैं, जो अश्वेत थीं और 1951 में सर्वाइकल कैंसर से मौत के बाद उनकी पूर्व सहमति के बिना उनकी कोशिकाएं ले ली गयी थीं. किसी लैब में पहली बार नये सेल बनाने के लिए उनका ही इस्तेमाल किया गया था.

उन्हें हे’ला सेल्स का नाम दिया गया और तब से उनका इस्तेमाल मेडिकल रीसर्च में हो रहा है लेकिन उनके परिवार को दशकों तक इस बात का पता नहीं था. बैपटिस्ट अब हेनेरीटा लैक्स फ़ाउंडेशन की सदस्य हैं. वह सर्वाइकल कैंसर मिटाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की सद्भावना दूत भी हैं.

निगार मारफ़

निगार मारफ़, इराक़

नर्स

इराक़ी कुर्दिस्तान में मुख्य बर्न यूनिट में हेड नर्स के रूप में कार्यरत निगार मारफ़ के काम में आत्मदाह करने वाली महिलाओं का इलाज करना शामिल है. इस क्षेत्र की युवा महिलाओं में विरोध के एक तरीक़े के रूप में आत्मदाह करना अभी भी आम बात है.

मारफ़ ने लगभग 25 वर्षों तक अस्पतालों में बच्चों के बर्न वार्ड में और गहन चिकित्सा कक्ष दोनों जगह काम किया है. अपने वार्ड में वह उन मरीजों का भी इलाज करती हैं जो दुर्घटनावश जल जाते हैं. वह जिन महिलाओं का इलाज करती हैं उनमें से अनेक ने आत्मदाह से पहले विभिन्न प्रकार की मानसिक और शारीरिक यातनाएं झेली हैं; उनमें से कुछ की उम्र तो मात्र 16 साल रही है.

मोनिका मुसोन्डा

मोनिका मुसोन्डा, ज़ांबिया

बिज़नेस वुमन

कॉर्पोरेट वकील से उद्यमी बनीं मोनिका मुसोन्डा 'जावा फूड्स' की संस्थापक और सीईओ हैं. यह ज़ाम्बिया स्थित दक्षिणी अफ़्रीकी क्षेत्र की खाद्य प्रसंस्करण कंपनी है जो नूडल्स बनाती है. उनका सपना है कि ज़ाम्बिया की भरपूर गेहूं उपज के साथ साथ आसानी से तैयार होने वाले भोज्य पदार्थ की मांग और खपत के बदलते तरीक़ों को देखते हुए सस्ते खाद्य पदार्थ तैयार किए जाएं.

मुसोन्डा दूसरी कई महिला उद्यमियों को गाइड करती हैं और व्यापार में महिलाओं को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर अपनी बात रखती हैं. उन्होंने कई पुरस्कार जीते हैं. उन्हें अफ़्रीका की कृषि और खाद्य व्यवस्था को मज़बूत करने के लिए सम्मान भी मिला है.

जेने रिग्बी

जेने रिग्बी, अमेरिका

अंतरिक्ष यात्री एवं एस्ट्रो फ़िज़िस्ट

नासा की एस्ट्रो फ़िज़िसिस्ट डा. जेन रिग्बी इस बात का अध्ययन करती हैं कि ब्राह्मांड विज्ञान की समय की परिकल्पना में आकाशगंगाओं का विकास कैसे हुआ. वे उस अंतरराष्ट्रीय दल की एक महत्वपूर्ण सदस्य थीं जिसने दुनया के सबसे बड़े स्पेस टेलीस्कोप- द जेम्स वेब- को प्रेक्षेपित कर स्थापित किया था. ‘द वेब’ द्वारा जुलाई में ली गयीं पहली पूरी तरह रंगीन तस्वीरें ब्राहम्ंड की अब तक की सबसे विस्तृत इंफ्रारेड छवि हैं.

रिग्बी के अब तक 100 से अधिक विज्ञान शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं जो पीयर रिव्यूड हैं यानी जिनकी समीक्षा उनके समकक्षों ने की है. वे ’स्टेम’ यानी सायंस, टेक्नाॅलोजी, इंजीनियरिंग और मैथेमैटिक्स में बराबरी और समावेश की पक्षधर भी हैं.

जब मैं छात्र थी तो मैं एलजीबीटीक्यू के रोल माॅडल्स से परिचित नहीं थी. उम्मीद है कि मैं उस अंतिम पीढ़ी का हिस्सा हूं जो किसी क्वीर रोल माॅडल के बिना बड़ी हुई है.

जेने रिग्बी

नाजा लायबर्थ

नाजा लायबर्थ, ग्रीनलैंड

साइकोलॉजिस्ट

ट्रॉमा थेरेपिस्ट नाजा लायबर्थ जब सिर्फ़ 13 साल की थीं तो उन्हें इंट्रायूटेराइन डिवाइस (आईडीयू) लगा दिया गया था. इसे आम बोचाल में कॉइल भी कहा जाता है. यह डिवाइस प्रजनन रोकने के लिए गर्भाशय में लगाया जाता है. उन्हें यह डिवाइस इनुइट ग्रीनलैंडर्स बीच डेनमार्क के डाॅक्टरों द्वारा 1960 और 70 के दशक में चलाये गये जनसंख्या नियंत्रण अभियान के दौरान लगाया गया था. इनुइट ग्रीनलैंडर्स डेनमार्क और ग्रीनलैंड के मूलनिवासी माने जाते हैं. इस साल डेनमार्क और ग्रीनलैंड ने औपचारिक तौर पर उन कार्रवाइयों की जांच के लिए सहमति जतायी है जिनसे लगभग 4500 महिलाओं और लड़कियों के प्रभावित होने का अनुमान है.

लायबर्थ इन महिलाओं की मदद के लिए मुहिम चलाती हैं जिन्हें यह लगता है कि उनमें जनन संबंधी समस्या कॉइल के कारण पैदा हुई है. उन्होंने महिलाओं को जोड़ने और एक दूसरे की मदद के लिए एक फ़ेसबुक ग्रुप भी बनाया है

पीड़ा झेलने वाली बहुत सारी महिलाएं, दूसरी महिलाओं के लिए रोल माॅडल बन रही हैं. अपनी बात रखने से अक्सर डर दूर होता है, ऐसा समझने पर दूसरों की प्रतिक्रिया की चिंता नहीं होती है. हमारे अंदर का डर हम पर नियंत्रण नहीं रख सकता.

नाजा लायबर्थ


                         मारयाना वियाजोव्सका

मारयाना वियाजोव्सका , यूक्रेन

गणितज्ञ

यूक्रेन की गणितज्ञ मारयाना वियाज़ोव्सका ने इस साल की शुरुआत में प्रतिष्ठित फ़ील्ड्स मेडल जीता. हर चार साल पर दिया जाने वाले इस पुरस्कार को जीतने वाली वह इतिहास की महज़ दूसरी महिला हैं जिसे अक्सर गणित का नोबेल प्राइज़ कहा जाता है. मारयाना वियाजोव्सका को यह पुरस्कार 400 साल पुरानी एक पहेली को हल करने के वास्ते दिया गया जिसकी इस समस्या को उन्होंने सुलझाया कि आठ आयामों वाली जगह में गोलों को सबसे प्रभावी ढंग से कैसे भरा जाए.

लुज़ान स्थित स्विस फ़ेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (ईपीएफएल) में कार्यरत वियाजोव्सका यहां इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैथेमैटिक्स में संख्या सिद्धांत की प्रोफ़ेसर और विभागाध्यक्ष हैं.

ऐनुरा साग्यिन

ऐनुरा साग्यिन, किर्गिस्तान

इंजीनियर

कंप्यूटर इंजीनियर ऐनुरा साग्यिन पर्यावरण-महिलावादी एक स्टार्ट-अप की सीईओ होने के नाते पर्यावरणीय समस्याओं का तकनीक आधारित हल निकालने में अपना कौशल इस्तेमाल करती रही हैं. उन्होंने ताज़र ऐप बनाया है जो अपशिष्ट उत्पादकों को रिसाइक्लर्स से दूसरे से जोड़ता है जिनमें घर से लेकर आम आदमी और रेस्त्रां, कारख़ाने और निर्माण स्थल शामिल हैं. यानी यह ऐप बचे हुए सामान को दोबारा इस्तेमाल लायक़ बनाने में मदद करता है. इस ऐप का मक़सद इस्तेमाल से बचे और बेकार होने वाले सामान को कम कर मध्य एशियाई देशों में सह-अस्तित्व को बचाये रखने की समस्या का हल निकालना है.

उन्होंने किर्गिस्तान में 200 से अधिक स्कूली लड़कियों के लिए कोडिंग और स्टेम यानी साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथेमैटिक्स से संबंधित कार्यशालाएं करवायी हैं.

आज पर्यावरणीय ज़रूरतों में महिला नेतृत्व और भागीदारी के बिना यह मुश्किल है कि हमें कल टिकाऊ पृथ्वी और लैंगिक-समानता वाला हल मिले.

ऐनुरा साग्यिन

मोनिका सिम्पसन

मोनिका सिम्पसन, अमेरिका

प्रजनन संबंधी अधिकार कार्यकर्ता

दक्षिणी अमेरिकी राज्यों में अश्वेत महिलाओं के प्रजनन संबंधी अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था — 'सिस्टरसॉन्ग, वूमेन ऑफ़ कलर रिप्रोडक्टिव जस्टिस कलेक्टिव' की कार्यकारी निदेशक मोनिका सिम्पसन यौन और प्रजनन स्वतंत्रता के लिये संघर्ष करने वाली महिला हैं. यह मुद्दा इस साल उस समय सुर्ख़ियों में आया जब अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने रो बनाम वाडे मामले में दिए गए उस फ़ैसले को पलट दिया, जिसने देश भर में क़ानूनी गर्भपात तक पहुंच को अधिकार बना दिया था.

सिम्पसन एक गायिका और अभिनय के ज़रिए दर्शायी जा सकने वाली कविता का लेखन करने वाली कवयित्री हैं जिन्होंने अपनी सक्रियता को अपनी कला में उभार दिया है. वह एक प्रमाणित दाई होने के साथ ही अश्वेत माताओं के स्वास्थ्य के लिए काम करने वाली संस्था — 'ब्लैक ममाज़ मैटर अलायंस' के संस्थापक बोर्ड की सदस्य भी हैं.

किमिको हिराता

किमिको हिराता, जापान

क्लाइमेट कैंपेनर

कोयले से तैयार ऊर्जा की कट्टर विरोधी किमिको हिराता ने जीवाश्म ईंधन पर जापान की निर्भरता समाप्त करने में अपना आधा जीवन लगा दिया है. यह जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा योगदान है. उनका ज़मीन से जुड़ा अभियान कोयले से बिजली तैयार करने वाले 17 प्लांट्स के प्रस्ताव को रद्द करवाने में सफल हुआ है. वह गोल्डमैन एन्वायरंमेंट पुरस्कार जीतन वाली पहली जापानी महिला हैं.

हिराता अल गोर की पुस्तक 'अर्थ इन द बैलेंस' पढ़ने के बाद एक प्रकाशन घराने में अपनी नौकरी छोड़कर 1990 के दशक में जलवायु कार्यकर्ता बनी थीं. अब वे स्वतंत्र संगठन ‘क्लाइमेट इन्टीग्रेट’ की एग्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर हैं. 2022 में बना यह संगठन कार्बन उत्सर्जन कम करने में जुटा है.

सोफ़िया हेनोनेन

सोफ़िया हेनोनेन, अर्जेंटीना

संरक्षण कार्यकर्ता

जैव विविधता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध, जीवविज्ञानी सोफ़िया हेनोनेन ने दक्षिण अमेरिका में विलुप्ति के संकट से उबरने के शुरूआती प्रयासों का नेतृत्व किया, और दुनिया के विशालतम आर्द्रभूमि क्षेत्रों में से एक, अर्जेंटीना के मुख्य आर्द्रभूमि पारिस्थितिकी तंत्र — एस्टेरोस डेल इबेरा के जीर्णोद्धार का महान कार्य किया. वह 30 वर्ष से अधिक समय से संरक्षित क्षेत्रों के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं.

उनके नेतृत्व में, 'रिवाइल्डिंग अर्जेंटीना' परियोजना पेटागोनियन स्टेपी सहित चार प्रमुख इको रीजन या पारिस्थितिकी क्षेत्रों में सक्रिय है. इस परियोजना के तहत निजी भूमि को संरक्षित राष्ट्रीय उद्यानों में बदलने और वहां पारिस्थितिक तंत्र को बहाल करने के लिए स्वदेशी प्रजातियों को फिर से पनपने की व्यवस्था करने के साथ ही स्थायी तौर पर इकोटूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए क़दम उठाये जाते हैं.

याना ज़िनकेविच

याना ज़िनकेविच, यूक्रेन

राजनेता एवं फ्रंट लाइन मेडिकल वॉलिंटियर

द हॉस्पिटलर्स युद्ध के पहले मोर्चे पर लोगों की जान बचाने वाला पारामेडिक संगठन है. याना ज़िनकेविच के नेतृत्व में चलने वाले इस संगठन के कार्यकर्ता युद्ध के मैदान से लोगों को निकालने का काम करती हैं. ज़िनकेविच स्कूल से निकलने के बाद मेडिकल वॉलंटियर बन गईं. उन्होंने 2014 में शत्रुता बढ़ने की शुरुआत के समय बटालियन बनाई.

उन्होंने व्यक्तिगत रूप से 200 ज़ख़्मी सैनिकों को सुरक्षित निकाला है. उनकी टीम लगातार घायल सैनिकों और नागरिकों को प्राथमिक उपचार प्रदान कर रही है और लगभग 6000 लोगों को युद्ध क्षेत्र से निकाला है. 27 साल की याना यूक्रेन की सबसे कम उम्र की सांसदों में शामिल हैं और सैन्य औषधि उपसमिति की प्रमुख हैं.

100 वीमेन- बीबीसी वर्ल्ड सर्विस

100 वीमेन क्या है?

बीबीसी 100 वीमेन हर साल दुनिया भर की 100 प्रभावशाली और प्रेरक महिलाओं की सूची है. हम इन महिलाओं के जीवन पर डॉक्यूमेंट्री और फ़ीचर बनाते हैं, इंटरव्यू करते हैं- ऐसी कहानियां करते हैं जिनमें महिलाएं केंद्र में होती हैं.

आप बीबीसी 100 वीमेन को इंस्टाग्राम, फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं, #BBC100Women पर बातचीत शुरू करें.

100 वीमेन का चयन कैसे होता है?

बीबीसी 100 वीमेन टीम ने बीबीसी की वैश्विक भाषाई सेवाओं और बीबीसी मीडिया एक्शन टीम से मिली जानकारी और सुझाव के मुताबिक इन महिलाओं को शार्टलिस्ट किया. हमने यह देखा कि जिन महिलाओं को शामिल कर रहे हैं, उन्होंने पिछले 12 महीनों के अंदर सुर्ख़ियां बटोरी हों या फिर प्रभावी भूमिका निभाई हो. ऐसी महिलाएं जो दूसरे लोगों के लिए प्रेरक हों, जिन्होंने कुछ उपलब्धि हासिल की हो. ऐसी महिलाएं जो भले सुर्खियां नहीं बना पाई हों लेकिन जिन्होंने समाज को प्रभावित किया हो. इसके बाद इन महिलाओं को इस साल की थीम- विभिन्न क्षेत्र में बीते दशक की प्रगति के आधार पर आंका.

हमने उन विषयों की खोज की जिस पर लोगों की राय बंटी हुई है, जैसे की प्रजनन अधिकार, जिसमें एक महिला की प्रगति दूसरे महिला के लिए उलट हो सकता है, हमने फिर उन महिलाओं को नामांकित किया जिन्होंने खुद से बदलाव लाया. अंति नाम चुने जाने से पहले क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और उचित निष्पक्षता का भी ध्यान रखा गया.

कुछ महिलाओं और उनके परिवार की सुरक्षा के चलते उनकी पहचान ज़ाहिर नहीं की जा रही है, यह उनकी सहमति और बीबीसी की संपादकीय नीतियों के तहत किया गया है.

...there we go.